बदलते मौसम में बरकरार रखें त्वचा की सुन्दरता

हम हर मौसम में सुंदर दिखना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए त्वचा की प्राकृतिक मौसम के अनुसार और इसकी पोषक आवश्यकताओं वे प्रति हमें एकाग्र रहना चाहिए। चेहरे पर धब्बे होने पर उस समय रासायनिक साबुन का प्रयोग करना बंद कर दें। साबुन की बजाये सुबह-शाम क्लींजर का प्रयोग करना चाहिए। इसी तरह घरेलू आयुर्वेदिक उपचार के तौर पर त्वचा पर तिल के तेल की मालिश करते रहें। विकल्प के तौर पर दूध में कुछ शहद की बूंदें डाल कर इसे त्वचा पर लगातार 10-15 मिनट तक लगाते रहें और बाद में इसे ताज़े पानी से धो लें। यह उपचार साधारण और शुष्क दोनों प्रकार की त्वचा के लिए उपयोग है।
यदि त्वचा तेलीय है तो 50 मिलीलीटर गुलाब जल में एक चम्मच शुद्ध ग्लेसरीन मिलाएं इस मिश्रण को बोतल में डाल कर इसे अच्छी तरह मिलाकर मिश्रण को चेहरे पर लगायें इससे त्वचा में नमी बनी रहेगी और ताज़गी का एहसास होगा। तेलीय त्वचा पर भी शहद का लेप लगा सकते हैं। शहद प्रभावशाली प्राकृतिक नमी प्रदान करके त्वचा को मुलायम और कोमल बनाता है।  वास्तव में बसंत ऋतु के दौरान प्रति दिन 15 दिन तक शहद का लेप चेहरे पर लगा उसे ताज़े पानी से अवश्य धोयें। इससे त्वचा पर सर्दियों में पड़े विपरीत प्रभाव को करने में मदद मिलेगी। बसंत ऋतु में एलर्जी की समस्या अधिक बढ़ जाती है जिससे त्वचा में खारिश, धब्बे और लाल रंग के धब्बे हो जाते हैं। इस तरह हो तो चन्दन की क्रीम त्वचा पर लगायें जोकि रंगत बनाये रखने के लिए अधिक उपयोगी मानी जाती है। 
त्वचा की खुजली और कील-मुहासे में चन्दन का लेप लगायें। चन्दन के पेस्ट में थोड़ा-सा गुलाब जल मिलाकर उसे प्रभावित त्वचा पर लगा कर आधा घंटा लगाने के बाद ताज़े स्वच्छ पानी से धो लें। चन्दन के तेल की दो या तीन बूंदों 50 मिलीलीटर गुलाब जल में मिलाएं और इसे प्रभावित स्थान पर लगायें। त्वचा की खुजली में एप्पल साइड विनेगर काफी मददगार साबित होता है। इससे गर्मी की जलन और बालों में रूसी की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। नींबू की पत्तियों को चार कप पानी में धीमी आंच पर एक घंटे तक उबालें। इस मिश्रण को टाइट जार में रात भर रहने दें। आगामी सुबह मिश्रण को निचोड़ कर पत्तियों का पेस्ट बना कर इस पेस्ट को प्रभावित त्वचा पर लगायें।
एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल में मिलाकर इस पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगा कर 15-20 मिनट बाद दें। त्वचा की खुजली में बाइकार्बोनेट सोडा भी अति प्रभावशाली प्रभावित होती है। बाइकार्बोनाइट सोडा, मुल्तानी मिट्टी और गुलाब जल का मिश्रण बना कर पैक बना लें और इसे खुजली वाली और कील-मुंहासे पर लगाकर 10 मिनट के बाद ताज़े पानी से धो लें। इससे त्वचा को काफी राहत मिलेगी।