घर का आईना होता है स्वच्छ रसोईघर

किसी भी घर का आईना उसकी ’स्वच्छ रसोई‘ से स्पष्ट परिलक्षित होता है। गृहिणी अपनी गृहस्थी में अधिकतर समय किचन में ही बिताती है और किचन को स्वच्छ एवं व्यवस्थित रखने का कार्य भी वह अपने सुघड़ एवं सधे हाथों से करती है।  साफ सुथरी व्यवस्थित रसोई पूरे परिवार को स्वस्थ रखने में सक्षम होती है। थोड़ी सी सूझबूझ एवं समझदारी से रसोई को हमेशा स्वच्छ एवं चमकदार रख सकते हैं। आइए निम्न बातों पर गौर कर इन्हें अमल में लाएं।
= रसोईघर की सफाई नियमित करें। छतों, दीवारों, दरवाजों, खिड़कियों में फैले जालों को नियमित साफ करते रहें।
= फिनाइलयुक्त पानी से दो-तीन बार पोंछा लगाएं।
=गैस में कोई चीज गिर जाने पर तुरंत पोंछें।
= रसोई में प्रयुक्त सभी सामानों की सूची बनाकर उन्हें व्यवस्थित एवं सहेज कर रखें।
= खाद्य सामग्री रखे जाने वाले डिब्बे, कनस्तर, बर्तनों को 15 दिन में साफ करते रहें एवं उनके ढक्कन कसकर बंद रखें।
= रसोईघर को सीलन, आर्द्रता से बचायें अन्यथा कीड़े-मकौड़ों के पनपने की आशंका बढ़ जाएगी।
= इसके लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव समय-समय पर करते रहना चाहिए।
=रसोई में कचरे का ढेर न लगायें। कचरे के डिब्बे को भी नियमित साफ करें।
=रसोई में प्रयोग करने के लिये छोटे-छोटे टॉवेल या नेपकिन का ही उपयोग करें, पुराने कपड़ों का नहीं। 
= जूठे बर्तनों को यूं ही खंगाल कर सिंक में न डालें वरन तुरंत ही अच्छी तरह धो पोंछ कर रखें।      (उर्वशी)