संसद का शीतकालीन अधिवेशन—खड़गे करेंगे कांग्रेस की रणनीतिक बैठक की अध्यक्षता


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे संसद के आगामी शीतकालीन अधिवेशन के लिए पार्टी की ओर से रणनीति तैयार करने तथा अधिवेशन में मुद्दों को उठाने हेतु तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए 4 दिसम्बर को पार्टी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसमें पार्टी के संगठात्मक मामलों पर भी विचार किया जा सकता है। बैठक का आयोजन दिल्ली में पार्टी के मुख्य कार्यालय में किया जाएगा। संसद का शीतकालीन अधिवेशन 7 दिसम्बर को शुरू होगा तथा 29 दिसम्बर को समाप्त होगा। इस दौरान राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के कारण शीतकालीन अधिवेशन में शामिल नहीं होंगे तथा इसी तरह हो सकता है कि सोनिया गांधी नए पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के बाद पार्टी के रोज़मर्रा के कार्यों में शामिल न हों। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आने वाले शीतकालीन अधिवेशन में विपक्षी गुट के नेता के रूप में बने रहेंगे। विपक्ष के नेता के तौर पर खड़गे का स्थान लेने की दौड़ में पी. चिदम्बरम तथा दिग्विजय सिंह हैं। परन्तु चर्चा है कि भारत के उत्तर तथा दक्षिण दोनों क्षेत्रों को एक समान महत्त्व देने के लिए यह पद हिन्दी भाषायी क्षेत्र से संबंध रखने वाले दिग्विजय सिंह के पास जा सकता है।
गहलोत तथा पायलट एकजुट हुये
कांग्रेस में शह और मात का खेल शुरू हो चुका है, एक तरफ जहां अटकलों का बाज़ार गर्म है वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियां भी ज़ोरों से चल रही हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान के कारण एक बार फिर पार्टी की छवि को सम्भालने तथा नियन्त्रण में करने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को कदम उठाना पड़ा है। कांग्रेस कमेटी इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाना चाहती है ताकि पार्टी के एकजुट रवैये को मज़बूत किया जा सके। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हाईकमान ने सचिन पायलट को विश्वास दिया है कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी का चेहरा होंगे। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद पार्टी इस मामले में अंतिम फैसला लेगी। गहलोत तथा पायलट अब एकजुट होकर ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के लिए काम कर रहे हैं, जो 4 दिसम्बर को राजस्थान की झालावाड़ सीमा से शुरू होगी।
सिद्धारमैया तथा डी.के. गुटों में तकरार
कर्नाटका कांग्रेस डी.के. शिव कुमार तथा पी.सी. सिद्धारमैया के नेतृत्व वाले दो विपक्षी गुटों के मध्य एक और लड़ाई देख रही है।
 दोनों गुट एक बार फिर ज़ुबानी जंग में उलझ गये हैं। वर्णनीय है कि पार्टी हाईकमान के मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवारों संबंधी खुली चर्चा से बचने के आदेशों के बावजूद सिद्धारमैया के एक समर्थक ने उन्हें आगामी मुख्यमंत्री के पद का उम्मीदवार बताया है, जबकि कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिव कुमार ने वोकालिगा समुदाय की बैठक में उच्च पद के लिए स्वयं की उम्मीदवारी का संकेत दिया है। हालांकि कांग्रेस की स्थानीय इकाई ने ज्यादा समर्थन जुटाने तथा प्राप्त करने के प्रयास में प्रदेश भर में एक रैली निकालने की योजना बनाई है। इस कदम की घोषणा राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद की गई है। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी की योजना प्रदेशाध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री के मध्य प्रदेश के चुनाव क्षेत्रों को दो भागों में बांटने की थी जिसमें एक में उत्तरी क्षेत्र तथा दूसरे में दक्षिणी ज़िलों को शामिल किया गया था।
नितीश ने केजरीवाल पर साधा निशाना
बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने ‘एक देश, एक बिजली दर’ नीति का आह्वान किया है, जिसमें कहा गया है कि कुछ प्रदेशों को अन्य की तुलना में अधिक महंगी दर पर बिजली खरीदनी पड़ती है। मुफ्त बिजली उपलब्ध करवाने के आम आदमी पार्टी के एजेंडे को लेकर अपने दिल्ली के समकक्ष अरविन्द केजरीवाल पर निशाना साधते बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने कहा कि ऐसे वादों का ह़क़ीकत में बहुत कम आधार है। नितीश ने कहा कि ऐसी पार्टियों की मुफ्त बिजली देने के घोषणाएं उपभोक्ताओं में भ्रम फैलाने का काम करती हैं। नितीश ने किसी प्रदेश का नाम लिए बिना यह भी कहा कि कुछ स्थानों पर तो बहुत गलत काम किया गया है।
क्या कुछ असंतुष्ट कांग्रेस नेता टी.एम.सी. में शामिल होने की सोच रहे हैं?
एक बार फिर कुछ दिग्गज कांग्रेस नेताओं तथा दो मौजूदा सांसदों के बारे में अ़फवाहें राजनीतिक गलियारों में घूम रही हैं, जो कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को मिलजुल रहे हैं, ताकि पार्टी में शामिल हो सकें। ज़ाहिर है कि बातचीत चल रही है, हालांकि मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी सांसदों को अपनी पार्टी में शामिल करने को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं दिखाई दे रहीं। फिलहाल अब यह देखना होगा कि क्या कांग्रेस के ये असंतुष्ट नेता अपनी ही पार्टी के साथ बने रहेंगे या फिर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने का कोई अन्य प्रयास करेंगे। (आई.पी.ए.)