हमें कौन से विटामिनों की ज़रूरत है ?

दीदी, मेरे एक क्लासमेट को उसके डाक्टर ने बताया है कि उसमें विटामिनों की कमी हो गई है। उसे डाक्टर ने यह भी बताया कि उसे कौन से विटामिन लेने हैं। लेकिन मैं सोच रहा था कि मुझे कौन-कौन से विटामिन लेने चाहिएं कि मुझमें अपने दोस्त की तरह विटामिनों की कमी न हो जाये?’
‘दरअसल, तुम्हारे प्रश्न का उत्तर एकदम सीधा है- हमें सभी विटामिनों की ज़रूरत होती है।’
‘क्यों?’
‘अगर किसी खास विटामिन की हमारे शरीर में कमी होगी तो उसका नतीजा डेफिशियेंसी डिजीज के रूप में सामने आयेगा।’
‘इसका मतलब तो यह हुआ कि एक विटामिन हमारे जिस्म की किसी एक खास ज़रूरत को पूरा करता है और दूसरा किसी अन्य ज़रूरत को।’
‘हां। सभी विटामिन स्ट्रक्चर या संरचना में एक दूसरे से बहुत भिन्न होते हैं। लेकिन हर विटामिन वह पदार्थ है, जिसका शरीर निर्माण नहीं कर सकता, फिर भी शरीर में उसका होना ज़रूरी है। शरीर के कुछ महत्वपूर्ण कार्यों को करने के लिए विटामिन अति आवश्यक हैं।’
‘तो फिर उन्हें हासिल कहां से किया जाता है?’
‘फूड से।’
‘इसलिए आप संतुलित आहार लेने के लिए कहती हैं ताकि हमारे शरीर को सभी विटामिन मिलते रहे।’
‘अच्छा है, तुम्हें बात समझ में आ गई।’
‘वैसे विटामिन हमारे लिए करते क्या हैं?’
‘शरीर के विकास, आंखों की रोशनी, स्वस्थ त्वचा व म्युकस मेम्ब्रेन के लिए विटामिन ज़रूरी है जोकि दूध, दुग्ध उत्पाद, अंडों, जिगर, फलों व सब्ज़ियों से मिलता है।’
‘विटामिन बी 1 क्या करता है?’
‘इसे थियामिन भी कहते हैं। यह कार्बोहाइड्रेटस का उचित प्रयोग संभव कराता है और नर्व्स के लिए भी ज़रूरी होता है। यह ब्रेड, दूध, सब्जियों, बीन्स, नट्स व गोश्त से मिलता है। ताज़ा फलों व सब्जियों से मिलने वाला विटामिन सी दांतों, मसूड़ों व ब्लड वेसल्स के लिए आवश्यक होता है। त्वचा पर सूर्य के एक्शन से बनने वाला विटामिन डी रिकेट्स से सुरक्षा प्रदान करता है। इसी तरह अन्य विटामिन जैसे ई, के, रिबोफ्लाविन, नियासिन आदि के भी अलग-अलग विशेष कार्य हैं। यह सभी हमें संतुलित आहार से मिल जाते हैं।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर