भारत-बंगलादेश सहयोग और बढ़ा

विगत दिवस भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा उनकी बंगलादेशी समकक्ष शेख हसीना ने वीडियो कांफ्रैंसिंग द्वारा तीन अहम विकास परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया, जिससे नि:संदेह दोनों देशों के मध्य संबंध और बेहतर हुए हैं तथा आपसी सहयोग भी और बढ़ा है। इन परियोजनाओं में भारत-बंगलादेश को जोड़ने वाली दो रेल योजनाएं अखौरा-अगरतला क्रास बार्डर रेल सम्पर्क, मंगोला पोर्ट रेल लाइन तथा एक बिजली प्लांट मैत्री सुपर थर्मल प्लांट का दूसरा यूनिट शामिल है।
= अखौरा-अगरतला क्रास बार्डर रेल सम्पर्क भारत सरकार द्वारा बंगलादेश को दी गई 392.52 करोड़ रुपए की ग्रांट से बनाया गया है। यह 12.4 किलोमीटर लम्बा है। बंगलादेश में इसकी लम्बाई 6.78 किलोमीटर है। भारत के त्रिपुरा में इसकी लम्बाई 5.46 किलोमीटर है।
= खुलना-मोंगला पोर्ट रेल लाइन योजना को भारत सरकार की रियायती ऋण योजना के तहत 388.2 मिलियन अमरीकी डॉलर की लागत से तैयार किया गया है। इस योजना में मोंगला बंदरगाह एवं खुलना के मध्य मौजूद रेल नैटवर्क के लगभग 65 किलोमीटर ब्रांड ब्रिज रेल मार्ग का निर्माण शामिल है। इस योजना से बंगलादेश की सबसे बड़ी बंदरगाह मोंगला ब्रांड ब्रिज नैटवर्क के साथ भी सम्पर्क जुड़ गया है।
= मैत्री सुपर थर्मल पावर प्रोजैक्ट के लिए भी भारत ने बंगलादेश को 1.6 बिलियन अमरीकी डॉलर का ऋण दिया है। इस योजना को इसी ऋण से पूरा किया गया है। यह 1320 मैगावाट पॉवर प्लांट बंगलादेश के खुलना डिवीज़न के रामपाल में बनाया गया है। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने सितम्बर 2022 में इसके पहले यूनिट का उद्घाटन किया था। 
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर वीडियो कान्फ्रैंस के माध्यम से सम्बोधित करते हुए कहा कि अखौरा-अगरतला रेल लाइन भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों तथा बांग्लादेश के बीच पहला रेल सम्पर्क है। इसका उद्घाटन एक ऐतिहासिक पल है। गत 9 वर्षों से हमने मिल कर इतना काम किया है जो गत दशकों में  नहीं हुआ। बंगलादेश की प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-बंगलादेश के बीच उक्त तीनों परियोजनाओं का साझा उद्घाटन हमारी घनिष्ठ मित्रता तथा सहयोग को दर्शाता है। शेख हसीना ने दोनों देशों के बीच मित्रता को मज़बूत करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की। 
सात मास पहले मार्च, 2023 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा शेख हसीना ने वीडियो कान्फ्रैंस के माध्यम से भारत-बंगलादेश डीज़ल पाइप लाईन का भी उद्घाटन किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि मुझे विश्वास है कि यह पाइप लाईन बंगलादेश के विकास को गति  देगी। इसके साथ ही दोनों देशों में बढ़ते मार्गीय सम्पर्कों का भी यह एक उदाहरण बनेगा। गत कुछ वर्षों में दोनों देशों ने आपसी संबंधों के कई  नये द्वार खोले हैं। इससे नि:संदेह शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी को बंगलादेश के निकट भविष्य में होने वाले आम चुनावों में लाभ प्राप्त होने की सम्भावनाएं बन सकती हैं। भारत में भी आगामी वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के संदर्भ में भाजपा भी अपनी विदेश नीति की सफलता का गुणगान कर सकती है। वैसे भी, दोनों देशों में व्यापार तथा आदान-प्रदान बढ़ने से भाजपा को पश्चिम बंगाल विशेष तौर पर कोलकाता-केन्द्रित सीटों पर अपना राजनीतिक आधार मज़बूत करने में मदद मिल सकती है।  
हाल के वर्षों में दोनों देशों ने कई नये रेल मार्गों की भी तलाश की है और कई पुराने यातायात के मार्गों को शुरू किया है। दोनों देशों के बीच जल-मार्ग के माध्यम से यातायात शुरू होने से भी दोनों देशों के लोगों को राहत मिली है। हम समझते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा शेख हसीना ने राजनीति तथा कूटनीति, दोनों स्तरों पर उपलब्धियों के नये पृष्ठ अपनी-अपनी सूचियों में दर्ज किये हैं।