बैक्टीरिया मनुष्य के लिए उपयोगी कैसे है ? 

‘दीदी, आज मैं नेट पर एक कार्यक्रम देख रहा था जिसमें कहा गया कि बैक्टीरिया हम मानवों के लिए उपयोगी भी होता है। यह कैसे हो सकता है? बैक्टीरिया से तो बहुत सी बीमारियां भी होती हैं।’
‘बैक्टीरिया का नाम सुनते ही नुकसान व रोगों की बातें ध्यान में आती हैं। लेकिन तथ्य यह कि 2,000 से भी अधिक प्रकार के बैक्टीरिया हैं और उनमें से अधिकतर कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं या मानव सहित अन्य प्रकार के जीवन के लिए लाभकारी होते हैं।’
‘मसलन?’
‘बैक्टीरिया मृत पौधों व जानवरों को सड़ाते हैं, दोनों ज़मीन व पानी में। अगर इस प्रकार का बैक्टीरिया नहीं होगा तो पृथ्वी मृत मैटर से पूरी तरह ढक जायेगी। खाते समय बैक्टीरिया जटिल पदार्थों को साधारण ओर्गोनिज्म में तोड़ देता है, जो पुन: मिट्टी, पानी व हवा में इस तरह स्थापित हो जाते हैं कि जीवित पौधे व जानवर उनका उपयोग कर सकते हैं।’
‘मानव के लिए बैक्टीरिया का क्या उपयोग है?’
‘बैक्टीरिया की मानव व अन्य पशुओं की पाचन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका है। मनुष्य की आंत में बेशुमार बैक्टीरिया होते हैं। जब इंसान खाना खाता है तो बैक्टीरिया खाने को टुकड़ों में बांट देते हैं। साथ ही बैक्टीरिया कुछ विटामिन भी बनाते हैं, जिनका शरीर उपयोग करता है।’
‘इसका मतलब तो यह हुआ कि जीवन को सपोर्ट करने वाली फूड चेन में बैक्टीरिया महत्वपूर्ण लिंक हैं।’
‘हां। कुछ बैक्टीरिया जिन्हें नाइट्रोजन-फिक्सिंग बैक्टीरिया कहते हैं, मिट्टी में रहते हैं और नाइट्रोजन को उन पदार्थों में बदलते हैं जिनका उपयोग पौधे कर सकते हैं। मानव इस प्रकार के पौधों पर फूड के लिए निर्भर रहते हैं।’
‘बैक्टीरिया के मानव हित में अन्य उपयोग क्या हैं?’
‘बैक्टीरिया फर्मेंटेशन प्रक्रिया के लिए ज़िम्मेदार हैं, जिनसे चीज़ व सिरका जैसे उत्पाद बनते हैं।’
‘उद्योगों में भी तो फर्मेंटेशन किया जाता है।’
‘हां, इसी की वजह से रंग, प्लास्टिक, कॉस्मेटिक्स, कैंडी व अन्य पदार्थ बनते हैं। कुछ दवा बनाने के लिए भी बैक्टीरिया का प्रयोग किया जाता है। अन्य उद्योगों में बैक्टीरिया तम्बाकू के पत्तों को संवारने, जानवर की खालों को टैन करने, कॉफी व कोको बीजों के ऊपरी खोल को खाने और टेक्सटाइल उद्योग में कुछ फाइबर को अलग करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इनके अतिरिक्त भी बहुत सी बातें हैं जिनसे बैक्टीरिया मानव के लिए उपयोगी हो जाता है और भविष्य में अन्य बातें भी सामने आ सकती हैं।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर