रबर बैंड हैलीकाप्टर बनाना सीखें
बच्चो! आज मैं तुम्हें एक ऐसा खिलौना बनाना सिखाऊंगा, जिसे तुम हवा में उड़ा भी सकते हो। क्या तुम्हें मालूम है कि मैं किस खिलौने की बात कर रहा हूं? नहीं। कोई अंदाज़ा, नहीं? कोई बात नहीं। मैं ही बता देता हूं। आज मैं आपको रबर बैंड हेलीकाप्टर बनाना सिखाऊंगा। दिलचस्प यह है कि वह हवा में फिजिक्स के उसी सिद्धांत से उड़ेगा, जिस सिद्धांत से असली हेलीकाप्टर उड़ता है।
पहले हम देखते हैं कि बैंड रबर हेलीकाप्टर बनाने के लिए हमें किन किन चीज़ों की ज़रुरत होगी। दो प्रोपेलर चाहिए होंगे, जिनमें से एक क्लॉकवाइज हो और दूसरा एंटी-क्लॉकवाइज हो। प्रोपेलर के लिए दो स्टील शाफ़्ट व प्लास्टिक माउंट की भी ज़रूरत पड़ेगी। फिर एक लोलीपोप स्टिक, टेप, गर्म गोंद, रबर बैंड और नीडल नोज़ पाइलर्स।
अब पहले चरण में हमें यह करना है कि शाफ़्ट को सफेद प्रोपेलर में इस तरह से घुसाना है कि हुक प्रोपेलर के निचले हिस्से की तरफ हो। शाफ़्ट को मोड़ने के लिए नीडल नोज़ पाइलर्स का प्रयोग करें ताकि प्रोपेलर सुरक्षित हो जाये। शाफ़्ट के मुड़े हुए सिरे पर गर्म गोंद लगा दें कि वह प्रोपेलर के साथ इस तरह से मूव करे जैसे वह दोनों एक ही वस्तु हों।
दूसरे चरण में शाफ़्ट को काले एंटी-क्लॉकवाइज वाले प्रोपेलर में इस तरह से घुसा दें कि हुक प्रोपेलर के टॉप साइड पर हो। शाफ़्ट को मोड़ने के लिए नीडल नोज़ पाइलर्स का प्रयोग करें, प्रोपेलर को सिक्योर करने के लिए। शाफ़्ट के मुड़े हुए सिरे पर गर्म गोंद लगा दें कि वह प्रोपेलर के साथ इस तरह से मूव करे जैसे वह दोनों एक ही वस्तु हों।
तीसरे चरण में लगभग 2 इंच टेप को टाइट रोल कर दें और उसे प्लास्टिक माउंट के एक तरफ ठूंस दें। ऐसा दो बार करें, प्रत्येक प्लास्टिक माउंट के लिए एक एक बार।
चौथे चरण में प्रोपेलरों को लोलीपोप स्टिक से जोड़ दें, स्टिक के एक सिरे को एक प्लास्टिक माउंट में घुसा दें और दूसरे सिरे को दूसरे प्लास्टिक माउंट में घुसा दें। ध्यान रखें कि यह टाइट फिट होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं है तो तीसरे चरण पर लौटें और अधिक टेप का इस्तेमाल करें।
पांचवें चरण में रबर बैंड को खींचें, प्रत्येक शाफ़्ट के हुक सिरों के बीच में।
छठे चरण में सफेद क्लॉकवाइज प्रोपेलर को स्थिर पकड़कर काले एंटी-क्लॉकवाइज प्रोपेलर लगभग 60 बार एंटी-क्लॉकवाइज घुमा दें। अब प्रोपेलर को छोड़ दें और अपने हेलीकाप्टर को दूर उड़ता हुआ देखें।
दरअसल, यह असल हेलीकाप्टर का ही सिद्धांत है। कोण में मुड़े हुए प्रोपेलरों के ब्लेड जब स्पिन करते हैं तो पंखे की तरह हरकत करते हैं, ऊपर से हवा खींचते हैं और हवा को नीचे की तरफ फेंकते हैं। इससे हेलीकाप्टर पर ग्रेविटी के प्रभाव को काउंटर करने के लिए पर्याप्त लिफ्ट बन जाती है और वह आसमान में ऊपर और ऊपर उड़ जाता है।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर