अंतरिक्ष जगत के कुछ रोचक तथ्य

‘जेमिनी’ संयुक्त राज्य अमरीका द्वारा छोड़ा गया ऐसा अंतरिक्ष अभियान था जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष यात्रा के दौरान मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन करना था। पृथ्वी के वायुमण्डल में घटित होने वाली सौर गतिविधियों के बारे में जानकारियां सर्वप्रथम संयुक्त राज्य अमरीका द्वारा प्रक्षेपित ‘स्काईलैब’ द्वारा भेजे गए सूर्य के चित्रों से प्राप्त की गयी थी।
अंतरिक्ष में विचरण करने वाला पहला अंतरिक्ष यात्री रूस का एलेक्सी लियोनोव था।
सर्वप्रथम अंतरिक्ष में अंतरिक्ष स्टेशन की स्थापना सोवियत संघ द्वारा 19 अप्रैल, 1971 ई. में की गयी थी। इस अंतरिक्ष स्टेशन का नाम ‘सैल्युत-1’ था।
‘हब्बल’ अंतरिक्ष दूरबीन का प्रक्षेपण अमरीका द्वारा सन् 1990 में किया गया था।
अंतरिक्ष में लगभग 365 दिन 59 मिनट तक रहने का रिकॉर्ड सन् 1988 में सोवियत संघ के अंतरिक्ष यात्रियों मूसा मानरोवा और ब्लादिमिर टीटोव ने भी अंतरिक्ष स्टेशन में रहकर बनाया था।
‘गामा रे ऑब्जरवेटरी’ नामक दूरबीन की अंतरिक्ष में स्थापना ब्रह्यांड के रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए 5 अप्रैल, 1991 को की गयी थी।
‘स्टाडस्ट’ नामक अमरीकी अंतरिक्षयान का प्रक्षेपण वाइल्ड-2 नामक धूमकेतु के नमूने पृथ्वी पर लाने के लिये किया गया था।
‘चन्द्रा एक्स रे’ दूरबीन का प्रक्षेपण अमरीकी अंतरिक्ष स्टेशन नासा द्वारा 23 जुलाई, 1999 को किया गया था।
अंतरिक्ष स्टेशन ‘सेल्यूत-1’ एक ऐसा अंतरिक्ष स्टेशन था, जिसमें अंतरिक्ष यात्री बिना किसी परेशानी के लंबे समय तक अनुसंधान करने में सक्षम थे। (उर्वशी)

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