प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के रोहिणी में विशाल जनसभा को किया संबोधित
नई दिल्ली, 5 जनवरी - दिल्ली के रोहिणी में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हम 2025 में हैं। 21वीं सदी को 25 साल बीत चुके हैं यानी, एक चौथाई सदी गुजर गई है। इस दौरान दिल्ली में नौजवानों की दो या तीन पीढ़ी जवान हो चुकी है। अब आने वाले 25 साल भारत के भविष्य के लिए, दिल्ली के भविष्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। ये 25 साल, भारत को विकसित राष्ट्र बनते हुए देखेंगे। हम उसके भागीदार होंगे। ये भारत को आधुनिकता के एक नए दौर से गुजरते हुए देखेंगे। विकसित भारत के इस सफर का एक बहुत बड़ा पड़ाव जल्द ही आने वाला है। जब भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा। हमें अपनी दिल्ली को विकसित राजधानी के रूप में विकसित करना है... ये दिल्ली के हर नागरिक की चाह है, हम सभी का सपना है। 21वीं सदी के इस पड़ाव पर मैं दिल्ली से एक विशेष आग्रह करने आया हूं। मैं दिल्लीवासियों से दिल्ली के उज्ज्वल भविष्य के लिए, आपके संतानों के उज्ज्वल भविष्य के लिए भाजपा को अवसर देने का आग्रह करने आया हूं। ये भाजपा ही है जो दिल्ली का विकास कर सकती है।
बीते 10 साल में दिल्ली ने जिस तरह की राज्य सरकार देखी है, वो किसी आपदा से कम नहीं है। यह एहसास आज दिल्ली वालों को अच्छे से हो चुका है। इसलिए अब दिल्ली में एक ही आवाज़ गूंज रही है, आपदा नहीं सहेंगे... बदल के रहेंगे। मुझे विश्वास है कि दिल्ली विधानसभा में भी कमल खिलने वाला है। मैं दिल्ली भाजपा के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं से कहूंगा कि पूरी निष्ठा के साथ दिल्ली के हर मतदाता से मिलिए, उन्हें आने वर्षों के लिए भाजपा के संकल्प से परिचित कराइए... ये भाजपा ही है, जो दिल्ली को, दुनिया की बेहतरीन राजधानी का गौरव दिला सकती। जिस आपदा सरकार के पास दिल्ली के लिए कोई विजन न हो, जिसे दिल्ली की परवाह न हो, वह दिल्ली का विकास नहीं कर सकती है। दिल्ली को आधुनिक बनाने के लिए जितने भी काम हैं वो केंद्र की भाजपा सरकार ही कर रही है... जैसे दिल्ली मेट्रो चप्पे-चप्पे तक पहुंची, तो ये काम भाजपा की केंद्र सरकार ने किया है। बीते एक दशक में दिल्ली-NCR में मेटो नेटवर्क दोगुने से भी अधिक हो चुके हैं। आज जनकपुरी और कृष्णा पार्क के लिए भी मेट्रो शुरू हो चुकी है। ये जो नमो रेल प्रोजेक्ट है ये भी केंद्र सरकार बना रही है। आपदा वालों ने दिल्ली के 10 साल बर्बाद कर दिए। आप-दा वालों को कोई भी दायित्व मिलने का मतलब है। दिल्ली के लोगों को दंड मिलना। दिल्ली पर आपदा लाने वाले ये झूठा आरोप लगाते हैं कि केंद्र सरकार उन्हें काम नहीं करने देती...केंद्र सरकार उन्हें पैसे नहीं देती... ये कितने बड़े झूठे हैं...इसका उदाहरण इनका शीशमहल है। आज ही एक बड़े अखबार ने CAG रिपोर्ट के आधार पर शीश महल पर हुए खर्च का खुलासा किया है। जब दिल्ली के लोग कोरोनो से जूझ रहे थे, जब दिल्ली के लोग ऑक्सीजन और दवाओं के लिए भटक रहे थे। तब इन लोगों का पूरा फोकस अपना शीश महल बनवाने पर था। इन्होंने शीश महल का भारी भरकम बजट बनाया। यही इनकी सच्चाई है... इन्हें दिल्ली के लोगों का कोई परवाह नहीं है। इसलिए आज हर दिल्लीवासी कह रहे हैं। आपदा नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे।