जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे मलिक अस्पताल में भर्ती
नई दिल्ली,22 मई -वहीं इस केस में चार्जशीट दाखिल होने के बाद मलिक ने एक्स पर लिखा कि वह अस्पातल में भर्ती हैं और किसी से बात करने की स्थिति में नहीं हैं। पूर्व राज्यपाल ने कहा कि उन्हें कई शुभचिंतकों के फोन आ रहे हैं, जिनका वह जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
पेश हुई थी 300 करोड़ की रिश्वत
मलिक 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे थे। उन्होंने दावा किया था कि उन्हें इस परियोजना से संबंधित एक फाइल सहित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी। लेकिन पिछले साल सीबीआई द्वारा तलाशी अभियान चलाए जाने के बाद उन्होंने अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार किया था।
मैंने शिकायत की और मेरे ही घर पर पड़े छापे
मलिक ने कहा कि जिन लोगों के खिलाफ उन्होंने शिकायत की थी और जो भ्रष्टाचार में लिप्त थे, उनकी जांच करने के बजाय सीबीआई ने उनके आवास पर छापा मारा। इस पर उन्होंने एक्स पर लिखा था, 'उन्हें 4-5 कुर्ते और पायजामा के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। तानाशाह सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके मुझे डराने की कोशिश कर रहा है। मैं एक किसान का बेटा हूं, मैं न तो डरूंगा और न ही झुकूंगा।'