उत्तरी ध्रुव का सबसे पहले किसने पता लगाया ?

‘दीदी, कल भूगोल की कक्षा में हमें बताया गया कि पोलर या ध्रुवीय क्षेत्र पृथ्वी के दो भूगौलिक ध्रुवों को घेरे हुए हैं।’ 
‘हां, भूगौलिक ध्रुव इन दो क्षेत्रों के लगभग केंद्र में हैं। इन्हें नार्थ पोल या उत्तरी ध्रुव और साउथ पोल या दक्षिणी ध्रुव कहते हैं।’
‘उत्तर ध्रुवीय क्षेत्र को आर्कटिक भी तो कहते हैं।’
‘हां। आर्कटिक को लेकर मानव की जिज्ञासा प्राचीन यूनान के समय से या शायद उससे भी बहुत पहले से उत्साहित रही है।’
‘वैसे आर्कटिक की खोज किसने की होगी?’
‘आर्कटिक को खोजने का श्रेय यूनान के विख्यात खोजकर्ता पायथीअस को दिया जाता है।’
‘यह कब की बात है?’
‘चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में वह मेडिटरेनीयन से उत्तर की ओर अपनी नाव को लेकर पहुंचे और आर्कटिक क्षेत्र के किनारे तक पहुंचे।’
‘क्या उनसे पहले वहां तक कोई नहीं पहुंचा था?’
‘यह मुमकिन है कि उत्तरी क्षेत्रों जैसे नॉर्वे और ब्रिटेन के लोग उत्तरी समुद्रों में उनसे पहले पहुंचे हों, लेकिन इसे साबित करने के लिए कोई लिखित रिकार्ड्स नहीं हैं।’
‘फिर यह समुद्री रास्ते कैसे खोजे गये?’
‘दरअसल, 16वीं शताब्दी में यूरोप से ओरिएंट के लिए समुद्र में उत्तर पश्चिम व उत्तर पूर्व के लिए रास्ते खोजे जाने लगे और बहुत से खोजकर्ता आर्कटिक क्षेत्र तक भी पहुंचे व उसके बारे में बहुत कुछ जाना। यह खोज 20वीं शताब्दी के शुरू तक जारी रही, जब नॉर्वे के एक खोजकर्ता रोआल्ड अमुंडसेन ने 1903 ने एक रास्ता खोजा।’
‘अच्छा।’
‘अब नये खोजकर्ता उत्तरी ध्रुव तक पहुंचने का प्रयास करने लगे। अमरीका के एडमिरल रोबर्ट ई पेअरी एक अभियान एल्लेस्मेर द्वीप के उत्तरी कोने से पोलर सी आइस के ऊपर लेकर गये। वह 6 अप्रैल 1909 को उत्तरी ध्रुव पर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति बने। उत्तरी ध्रुव पर पहली फ्लाइट 9 मई 1926 को अमरीकी खोजकर्ता रिचर्ड ई ब्यरड ने भरी थी।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर 

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