भारत न केवल शस्त्रों की पूजा करता है, बल्कि समय आने पर उनका प्रयोग करना भी जानता है - राजनाथ सिंह
गांधीनगर, 2 अक्टूबर - रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजयादशमी के अवसर पर गुजरात के कच्छ में शस्त्र पूजा समारोह में भाग लिया। इसके बाद उन्होंने भारतीय सैनिकों को संबोधित किया। इस दौरान राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान सर क्रीक क्षेत्र में कोई गलत हरकत करने की हिमाकत करेगा, तो उसे करारा जवाब मिलेगा, जो इतिहास और भूगोल दोनों बदल देगा। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन संधूर के सभी उद्देश्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया है, लेकिन सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि शस्त्रों के प्रति समर्पण आसुरी शक्तियों पर दैवी शक्ति की विजय की महानता को दर्शाता है। इसलिए जब हम शस्त्रों की पूजा करते हैं, तो हम इस शक्ति का उपयोग केवल धर्म और न्याय की रक्षा के लिए करने का संकल्प भी लेते हैं। भगवान राम ने अपने जीवन में इसी संकल्प का परिचय दिया। जब उन्होंने रावण के विरुद्ध युद्ध किया, तो युद्ध उनके लिए केवल विजय का साधन नहीं, बल्कि धर्म की स्थापना का साधन था। महाभारत का युद्ध जब भगवान कृष्ण के नेतृत्व में लड़ा गया था, तब भी उसका उद्देश्य पांडवों की विजय सुनिश्चित करना नहीं, बल्कि धर्म की स्थापना करना था। शस्त्रों की पूजा इस बात का प्रतीक है कि भारत न केवल शस्त्रों की पूजा करता है, बल्कि समय आने पर उनका प्रयोग करना भी जानता है।
राजनाथ सिंह ने सीमा विवाद को लेकर पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। राजनाथ सिंह ने कहा कि आज़ादी के 78 साल बाद भी सर क्रीक क्षेत्र में सीमा विवाद को हवा दी जा रही है। भारत ने बातचीत के ज़रिए इसे सुलझाने के कई प्रयास किए हैं, लेकिन पाकिस्तान की नीयत खोखली और अस्पष्ट है। सर क्रीक से सटे इलाकों में पाकिस्तानी सेना द्वारा हाल ही में अपने सैन्य बुनियादी ढाँचे का विस्तार पाकिस्तान के बुरे इरादों को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना और बीएसएफ संयुक्त रूप से और सतर्कता से भारत की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। अगर पाकिस्तान सर क्रीक क्षेत्र में कोई गलत कार्रवाई करने की कोशिश करता है, तो उसकी प्रतिक्रिया इतनी निर्णायक होगी कि इतिहास और भूगोल दोनों बदल जाएँगे। भारतीय सेना ने 1965 के युद्ध में लाहौर तक पहुँचने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया था। आज 2025 में पाकिस्तान को याद रखना चाहिए कि कराची जाने का एक रास्ता सर क्रीक से होकर गुजरता है।