इतिहास बनाने उतरेंगी भारतीय पुरुष और महिला टीम


सेंचुरियन, 20 फरवरी (वार्ता) : भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीमें सेंचुरियन में बुधवार को मेजबान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले ट््वंटी 20 मैचों में एक साथ सीरीज जीतने का इतिहास बनाने उतरेंगी।   
 हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम के पास जोहानसबर्ग में सीरीज में अपराजेय बढ़त बनाने का मौका था लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने वह मैच पांच विकेट से जीतकर पांच मैचों की सीरीज को 2-1 के स्कोर के साथ रोमांचक बना दिया। हालांकि उसी दिन बाद में उसी मैदान पर विराट कोहली की कप्तानी वाली पुरुष टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 28 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।  महिला टीम अब चौथे मैच को जीतकर जहां सीरीज में 3-1 की अपराजेय बढ़त बनाना चाहेगी तो वहीं विराट सेना की नजरें दूसरे मैच को जीतकर 2-0 की अपराजेय बढ़त बनाने पर होंगी। यदि भारतीय पुरुष और महिला टीमें अपने अपने मैच जीत जाती हैं तो विदेशी जमीन पर यह पहला मौका होगा जब दोनों भारतीय टीमों ने एक के बाद एक लगातार दो सीरीज जीती हैं।  भारतीय पुरुष टीम छह मैचों की वनडे सीरीज 5-1 से और महिला टीम वनडे सीरीज 2-1 से जीत चुकी है। दोनों टीमें यदि इस अभूतपूर्व मौके से चूक जाती हैं तो फिर उन्हें निर्णायक मैच का इन्तजार करना पड़ेगा।
भारतीय महिला टीम को तीसरे मैच में दिग्गज बल्लेबाज मिताली राज का शून्य पर आउट होना काफी भारी पड़ा था। पिछले दो मैचों में लगातार अर्धशतक बनाकर प्लेयर ऑफ द मैच रहीं पूर्व कप्तान मिताली पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर आउट हो गयीं जिसके बाद भारतीय टीम 17.5 ओवर में 133 रन पर लुढ़क गयी। स्मृति मंधाना ने 37 और कप्तान हरमनप्रीत 48 रन बनाये लेकिन 12 वें ओवर में दो विकेट पर 93 रन की मजबूत स्थिति के बाद भारत की बल्लेबाजी का पतन हो गया और उसने मात्र 40 रन जोड़कर आखिरी आठ विकेट गंवा दिए। भारतीय पुरुष टीम ने पहले ट््वंटी 20 में धमाकेदार प्रदर्शन कर मेजबान टीम के होश उड़ा दिए थे और विराट की यही कोशिश होगी कि दूसरे मैच में भी दक्षिण अफ्रीका का सूपड़ा स़ाफ कर दे। भारत दक्षिण अफ्रीका दौरे में पहले दो टेस्ट गंवाने के बाद अगले आठ  मैचों में सात मैच जीत चुका है। इन सात जीत में एक टेस्ट, पांच वनडे और एक ट््वंटी 20 शामिल है।
इस प्रदर्शन के बाद पूरी उम्मीद है कि दूसरे मैच में भारतीय टीम में कोई बदलाव नहीं होगा और वही एकादश उतरेगी जो पहले मैच में खेली थी। भारत की जीत में सुरेश रैना की वापसी महत्वपूर्ण रही थी जिन्होंने अपनी संक्षिप्त पारी में न केवल पुराने तेवर दिखाए बल्कि उनका पकड़ा गया एक कैच काबिले तारीफ था।  भारत की बल्लेबाजी की खास बात यही रही कि सभी बल्लेबाजों ने मैदान पर उतरने के साथ ही रन बटोरे जिससे भारत 200 के पार पहुंच सका और 200 के ऊपर का यही स्कोर मेजबान टीम पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना गया।