बास्केटबॉल में नई राहें बनाता बिक्रम कुमार

माता श्रीमती रेणू बाला और पिता श्री कमल कुमार के घर तिथि 17 अक्तूबर 2000 को जन्मे बिक्रम कुमार वासी प्रेम नगर बटाला इस समय 12वीं कक्षा में बेरिंग स्कूल बटाला ज़िला गुरदासपुर में पढ़ाई कर रहे हैं। बचपन से ही बास्केटबॉल को अपनी जान से प्यारा समझने वाले बिक्रम कुमार जहां स्कूल में पढ़ाई में अच्छे अंक लेते रहे, वहां उसने बास्केटबॉल में भी अपनी अलग पहचान बनाई। स्कूल प्रिंसीपल बेरिंग स्कूल बटाला एच.एल. पीटर को तेज तर्रार नज़र और उनके सहयोग से बास्केटबॉल खेल में दिन-रात नई राहें पैदा करते गए। अपने कोच श्री राजकुमार से 5 वर्ष की अच्छी ट्रेनिंग लेने के बाद 2012 में बास्केटबाल के रिंग में जब बिक्रम कुमार ने पैर रखा तो उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और स्कूल को हर वर्ष इस खेल में पदक और पुरस्कार जीता कर दादा अशोक कुमार, दादी चरणजीत, पिता कमल कुमार और माता रेणू बाला के साथ-साथ बेरिंग स्कूल बटाला का भी नाम रोशन किया।सबसे पहले उन्होंने स्कूल स्तर पर डाक्टर राम सिंह मैमोरियल टूर्नामैंट में स्कूल की टीम की ओर से खेलते हुए 2014-15 में स्कूल को स्वर्ण पदक जिताया। वर्ष 2016 में बेरिंग स्कूल बटाला स्पोर्ट्स-डे के मौके पर प्रथम स्थान पर रह कर 12 पदक जीते, फिर वर्ष 2016 में ही स्कूल स्तर पर बेरिंग स्कूल बटाला में खेल मुकाबले में दूसरे स्थान पर रह कर 9 पदक प्राप्त किए। वर्ष 2016 में स्कूल बेरिंग स्कूल में तीसरे स्थान पर रह कर 9 पदक जीते। इसके साथ ही ज़िला स्तर पर जैवलिन थ्रो में वर्ष 2015 में स्वर्ण पदक, डाइस खेले अमृतसर में 2014 को बेरिंग स्कूल बटाला की बास्केटबॉल टीम का कप्तान बनकर टीम का नेतृत्व करते हुए टीम को स्वर्ण पदक जीता कर विजेता बनाया। वर्ष 2016 में शिमला बिशप काटन स्कूल शिमला में टीम के कप्तान बनकर दूसरे दर्जे पर टीम के रहने से रजत पदक जीतकर स्कूल का नाम रोशन किया। ज़िला स्तरीय खेल लिटल फलावर स्कूल धालीवाल में वर्ष 2014-15-2016 में बास्केटबॉल टीम के कप्तान के तौर पर टीम का नेतृत्व किया और टीम को स्वर्ण पदक जीता कर स्कूल और बटाला का नाम रोशन किया।राज्य स्तरीय खेल 2014 हरियाणा, 2016 लुधियाना, 2017 जमालपुर में टीम का नेतृत्व किया और इन मुकाबलों में टीम ने सभी मैचों में जीत प्राप्त करके स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
-राकेश मल्होत्रा