स्वास्थ्य के लिए अच्छा है साइकिल चलाना


साइकिल पर व्यायाम करने से न सिर्फ शरीर चुस्त दुरुस्त रहता है बल्कि हृदय में रक्त संचार भी सही रहता है लेकिन घर के भीतर साइकिल पर व्यायाम करने से सावधानी भी बहुत बरतनी पड़ती है। इसे ठीक ढंग से किया जाना बहुत जरूरी होता है नहीं तो इसका बुरा असर भी पड़ सकता है।
साइकिल पर व्यायाम के चार मुख्य तरीके हैं
चढ़ाई: यह साइकिल पर व्यायाम का सब से पहला तरीका है। इस से कैलोरी कम हो जाती है तथा शरीर वार्मअप हो जाता है लेकिन इसे करने से पहले सीट पर बैठ जाना चाहिए। फिर थोड़ा आगे की तरफ झुक जाना चाहिए तथा कुहनी को शरीर की सीध में रखना चाहिए और कंधों को ढीला छोड़ देना चाहिए। इस तरह कम से कम 5-10 मिनट साइकिल चलानी चाहिए।
कूदना: इसमें सीट छोड़ कर खड़े हो जाते हैं तथा एक तरह से कूदते हुए पैडल चलाते हैं। इस तरह टांगों, बांहों तथा कंधों का भी अच्छा व्यायाम हो जाता है। इस में 30 सैकेंड से 2 मिनट के बीच कम से कम 80 चक्कर प्रति मिनट की गति से साइकिल को चलाया जाना चाहिए। इस में पूरे शरीर का भार आप को अपनी टांगों पर उठाते हुए पैडल चलाने होते हैं।  इस से हृदय की गति तो नियंत्रित होती ही है, टांगों की मांसपेशियां भी मजबूत हो जाती हैं। 
खड़ा होना: इसमें साइकिल की गति (60-आर.पी.एम. ) पर रखनी चाहिए तथा सीधे खड़े हो कर अपने शरीर के भार का इस्तेमाल करते हुए पैडल को दबाना चाहिए। इस तरह बारी बारी से पैडल दबाते रहना चाहिए। फिर 1 से 2 मिनट तक चलाने के बाद पहली अवस्था (चढ़ाई) में बैठे कर चलाना चाहिए, फिर उठ कर इसे दोहराना चाहिए। इस तरह कम से कम 5 बार इसे करना चाहिए।
पीछे बैठना: इसमें आप अपने नितंब को जितना हो सके, पीछे तक ले जाइए और फिर पैडल चलाना शुरू कीजिए। इसमें ध्यान यह देना चाहिए कि पैडल को नीचे दबाने के बजाय आगे की तरफ ज्यादा दबाना चाहिए। इससे नितंबों का व्यायाम होता है। इस तरह 3-4 मिनट तक चलाने के बाद फिर से चढ़ाई वाली अवस्था में आ जाना चाहिए तथा 5 बार इस प्रक्रिया को दोहराना चाहिए। (स्वास्थ्य दर्पण)े
-सनोज कुमार