शो में काम करने के फैसले के पीछे मेरी बेटियां  स्मिता बंसल 

स्मिता बंसल भारतीय टीवी शो और बॉलीवुड फिल्म की जानी-मानी अभिनेत्री हैं। शो अमानत, आशीर्वाद और सरहदें के लिए जाना जाता है। वर्ष 2008 में बॉलीवुड फिल्म ‘कर्ज’ के लिए एक्टिंग की। उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का आईटी, अवार्ड स्पोर्टिंग रोल के लिए और इंडियन टेली अवार्ड  शो ‘बालिका वधू’ में स्पोर्टिंग रोल के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का मिला है। पेश है शो ‘अलादीन’ में  उनके किरदार के बारे में बातचीत के कुछ अंश :
‘अलादीन’ शो का कॉन्सेप्ट क्या है? क्या आप हमें इसके बैकग्राउंड के बारे में थोड़ा बता सकती हैं?
-अलादीन एक ऐसा कॉन्सेप्ट है, जिसके लिये कोई बैकग्राउंड की जरूरत नहीं है। यह कुछ ऐसा है, जिसके बारे में सभी जानते हैं। यह एक फैंटेसी शो है, इसलिये जब भी हम इसके बारे में बात करते हैं तो जीनी और जैसमीन जैसे किरदार फौरन हमारे दिमाग में आ जाते हैं। हमारे पास लगभग एक जैसे किरदार हैं, लेकिन यह वह अलादीन नहीं है, जो हम देख चुके हैं। हमने इसमें आधुनिक ट्विस्ट के साथ कई अंदाज और इमोशन्स मिलाए हैं। साथ ही इसको काफी मजेदार तरीके से भी पेश किया गया है। अलादीन का मजा निश्चित रूप से सभी उम्र के दर्शक उठा पायेंगे। 
शो में अपने किरदार के बारे में हमें कुछ बतायें? आपका किरदार सभी दर्शकों के लिये किस तरह से अनूठा है, साथ ही उनसे जुड़ा हुआ भी है?
-सच कहूं तो, अलादीन की मां की भूमिका निभाना मेरे लिये एक चुनौती है। वह एक अनूठा और ‘ड्रामा वाला’ किरदार है। 
शो में अलादीन की मां बनने की भूमिका आपने क्यों स्वीकार की?
‘अलादीन’ शो में काम करने के मेरे फैसले के पीछे सबसे बड़ा कारण हैं. मेरी बेटियां। उन्हें जब पता चला कि मुझसे अलादीन की मां बनने के लिये सम्पर्क किया गया है, तो वे बहुत खुश हुईं। मेरी बेटियों ने मुझे टीवी पर ज्यादा नहीं देखा है, क्योंकि मैं ऐसे शो नहीं करती, जो वे देखती हैं, लेकिन अलादीन कुछ ऐसा है, जिसे लेकर वे काफी उत्साहित हैं। मेरी बेटियों ने तो अपने फ्रैंडस को पहले ही कह दिया था कि मेरी मां अलादीन में काम कर रही है। 
क्या आपने अपनी भूमिका के लिये कोई खास तैयारी की है?
-अलादीन के लिये शूटिंग शुरू होने से पहले हमने कई वर्कशॉप्स किये हैं। मैं इमोशन्स को लेकर जितनी सहज हूं, उतनी कॉमेडी को लेकर नहीं हूं। इसलिये यह ऐसा जोनर है, जिस पर मुझे भी काफी काम करने की जरूरत है। दरअसल मैं इमोशन्स सोते-जागते, हर समय कर सकती हूं, लेकिन कॉमेडी के साथ ऐसा नहीं है।        

                                                                 -पाखी