आगामी मार्च तक बड़े विमानों के लिए तैयार हो जाएगा चंडीगढ़ एयरपोर्ट : जयंत सिन्हा


चंडीगढ़, 25 सितम्बर (पठानिया) :॒भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा मंगलवार को सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका विषय भारत को विमानन का केंद्र बनाना उत्तर में विमानन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाना रहा। इस अवसर पर सिविल एविएशन के राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट मार्च 2019 तक न केवल 4ई श्रेणी के बड़े विमानों के लिए तैयार हो जाएगा बल्कि साथ ही यहां से 24 घंटे सातों दिन उड़ान संभव हो सकेंगी। बड़े विमानों की उड़ान चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट से आरंभ होने के बाद शहर की दुनिया के बड़े देशों जैसे यूएसए, यूरोप, कनाडा व अन्य देशों से कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय विमानन क्षेत्र बड़ी तेजी से बढ़ रहा है और डोमेस्टिक उड़ानों की बढ़त का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जहां 2013 में 6 करोड़ यात्रियों ने सफर किया था वह आंकड़ा 2017 में बढ़कर 12 करोड़ पहुंच गया है। सभी तरह की उड़ानों में यात्रियों की संख्या देखें तो 2014 में 10 करोड़ यात्रियों के मुकाबले 2018 में 18 करोड़ यात्रियों ने हवाई यात्रा की। भारत सरकार की विमानन नीति के बारे में बात करते हुए राज्य मंत्री ने कहा कि भारत सरकार का लक्ष्य है कि आगामी वर्षों में यात्रियों की संख्या को 100 करोड़ के पार लेकर जाना है। बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए भारत सरकार की योजनाओं को सांझा करते हुए उन्होंने कहा कि नव निर्माण योजनाओं के तहत सरकार ने विमानन क्षेत्र में 1 लाख करोड़ के निवेश का निर्णय लिया है जिससे वर्तमान में मौजूद एयरपोर्ट के विस्तार व नए एयरपोर्ट बनाकर सरकार के 100 करोड़ उड़ानों के सपने को पूरा किया जा सके जो अभी 20 करोड़ के करीब है। इनमें जेवर एयरपोर्ट, हिसार एयरपोर्ट, लुधियाना एयरपोर्ट व पठानकोट एयरपोर्ट आदि शामिल हैं। इन पर विकास कार्य के लिए सरकार अतिरिक्त 300 करोड़ रुपए खर्च करेगी। हरियाणा में विमानन क्षेत्र के विकास के बारे में बात करते हुए उद्योग व नागरिक उड्डयन विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी देवेंद्र सिंह ने कहा कि आरसीएस उड़ान योजना के तहत हिसार को एविएशन हब बनाने की हरियाणा सरकार तैयारी कर रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव तथा नागरिक उड्डयन विभाग के सचिव तेजवीर सिंह ने कहा कि एयरफोर्स ने अपनी नीतियों में बदलाव किया है और इसके कारण अब उनके एयरपोर्ट डोमेस्टिक व कॉमर्शियल उड़ानों केलिए उपलब्ध॒हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में लुधियाना व पठानकोट के एयरपोर्ट आने वाले समय में पूरी तरह से काम करने में सक्षम होंगे। इस स॒म्मेलन में विभन्न विमान कंपनियों, नॉन शैड्यूल ऑपरेटर्स, ग्राउंड हैंडलिंग व लॉजेस्टिक्स कंपनियों, एयर फ्राईट प्रोवाइडर कंपनियों, एमआरओ प्रोवाईडर कंपनियों, एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स, एयरक्त्रा॒ट व कॉमपोनेंट मैनुफैक्चरर, एविएशन स्किल एकेडमिया, टूर ऑपरेटर्स व प्रोफेश्नल्स ने॒सहित 125 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।