राज्य में डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा 4 हज़ार से पार

लुधियाना, 17 अक्तूबर (भूपिंद्र बैंस) : पंजाब सहित समूचे उत्तरी भारत में नामुराद बुखार डेंगू का कहर बुरी तरह से बरकरार है, जबकि इसके साथ-साथ देश के कुछ हिस्सों में डेंगू बुखार के लक्षण जैसे जीका बुखार भी अपने पैर पसार रहा है, जिस कारण डेंगू, चिकनगुनिया और जीका बुखार ने लोगों के दिलों में भारी सहम पैदा किया हुआ है। डाक्टरी सूत्रों के अनुसार डेंगू और चिकनगुनिया बुखार के लिए ज़िम्मेवार ऐडीज़ नाम का मच्छर ही है, जोकि जीका बुखार भी इसी मच्छर के कारण फैलता है। एकत्रित की जानकारी के अनुसार पंजाब में हर रोज़ 200 के लगभग डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज़ सामने आ रहे हैं, जिस कारण इस बुखार से पीड़ित मरीज़ों का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। लुधियाना शहर के नामी अस्पतालों में लुधियाना सहित समूचे पंजाब और पंजाब के साथ लगते राज्यों से डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज़ इलाज के लिए दाखिल हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार पंजाब के विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी अस्पतालों में लगभग 4 हज़ार से अधिक मरीज़ दाखिल हो चुके हैं। इस समय पटियाला, मोहाली, नवांशहर, फगवाड़ा और कपूरथला सहित लुधियाना बुरी तरह से इस बुखार के लपेट में आ चुके हैं। बुखार के कारण लुधियाना शहर के सभी अस्पताल भरे पड़े हैं। सिविल सर्जन डा. परविंदरपाल सिंह सिद्धू (लुधियाना) और मैडीसन के विशेषज्ञ डा. गुरमीत सिंह लुधियाना जो कि इस समय मोगा में बतौर सहायक सिविल सर्जन सेवाएं निभा रहे हैं, का कहना है कि इस बुखार से बचने के लिए मच्छरों से बचाव करना करना बहुत ज़रूरी है मच्छर से बचने के लिए हमें अपने शरीर को पूरी तरह ढक कर रखना चाहिए और घर व कार्यालयों में मच्छर भगाने वाले धुएं और क्रीमों का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस बुखार के इलाज के लिए कोई भी विशेष दवाई नहीं है। यदि किसी मरीज़ को तेज़ बुखार होता है तो आंखे के पीछे दर्द होती है, जोड़ दर्द होते हैं, शरीर पर लाल रंग की फुन्सियां दिखाई देने पर डाक्टर की तुरंत सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने आगे बताया कि सरकारी अस्पतालों में इस बुखार से संबंधित मुफ्त टैस्ट किए जाते हैं उन्होंने आगे कहा कि इस बुखार से घबराने की ज़रूरत नहीं है।