त्यौहारों में फिजूलखर्ची से बचें

आने वाले दिनों में बहुत से त्यौहार आ रहे हैं और कुछ लोग बिना सोचे-समझे खरीददारी करते रहते हैं। सोचते हैं त्यौहार है, कौन-सा बार-बार आते हैं, वर्ष में एक बार तो आते हैं। ज़रूरत वाला सामान खरीदना ज़रूरी है, लेकिन जिसकी ज़रूरत न हो वह सामान न खरीदें, जिससे आप फालतू की खरीददारी से बच सकती हैं। कई बार तो एक के साथ एक फ्री चीज की ओर ग्राहक भागते हैं, लेकिन उनको यह नहीं पता होता कि दुकानदार से जो वस्तु फ्री की मिल रही है, उसके पैसे पहले ही लगाए होते हैं। जो पास के रिश्तेदार हैं या जिनसे दिल का नाता है, उनके लिए ही उपहार आदि खरीदें। ज़रूरी नहीं है कि हर किसी के लिए आप फिजूलखर्ची करते रहें। कुछ लोग पैसे को बाज़ार में इतना बर्बाद करते हैं कि उनको पता नहीं होता कि क्या लेना था क्या नहीं? सबसे पहले तो लिस्ट बनाकर ले जाएं। जब भी बाज़ार जाएं, जो चीज़ ज्यादा ज़रूरी है, उसको पहले लें न कि फालतू की चीज़ों को। त्यौहारों में हर चीज़ में वैरायटी बहुत होती है। सोच-समझ कर ही सामान का चयन करें, जोकि ज्यादा समय तक टिका रहे। हमेशा फिजूलखर्ची से बचें, चाहे त्यौहारों का सीज़न हो या सामान्य दिन हों। विचार करके वस्तु को एक दो दुकानों से पूछकर ही कीमत अदा करें। यह समझदारी है। 

—पारसनाथ बांसल