लोहा कारोबारियों को बोगस बिल मुहैया करवाकर 6.82 करोड़ की ठगी का मामला आया सामने 

लुधियाना, 1 नवम्बर (जुगिंद्र अरोड़ा): पंजाब की उद्योगिक राजधानी लुधियाना की गिल रोड स्थित एक कमरे में बैठकर लोहा कारोबारियों को बोगस बिल मुहैया करवाकर सरकारी खजाने को 6.82 करोड़ रुपये का चूना लगाने का मामला सामने आया है। विभाग ने ठगी मारने वाले की पहचान करके सारे मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी अनुसार लुधियाना की गिल रोड स्थित एक व्यक्ति लोहा उद्यमियों को बोगस बिल मुहैया करवा रहा था और उसने दस्तावेजों में 100 करोड़ रुपये लेन-देन दिखाया हुआ है, लेकिन पड़ताल करने के बाद पता लगा कि उस व्यक्ति ने असल में न कोई सामान खरीदा और न ही कोई सामान बेचा है, बल्कि यह सारी खेल दस्तावेजों में ही चल रही थी। सरकारी खजाने को चूना लगाने में उपरोक्त व्यक्ति का साथ देते हुए बोगस बिल लेने वाली महानगर की 70 कम्पनियों की भी पहचान की गई है, जिनको कर व आबकारी विभाग द्वारा नोटिस जारी करके बोगस बिल सहारे लिये रिफंड की उगराही की जा रही है। विभाग ने बोगस बिलिंग करने वाले गिरोह खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करवाने की जगह पर अपने तौर पर गंभीरता से जांच करके इस मामले की सभी कड़ियों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है और विभाग इस गिरोह के सहारे पंजाब भर में बोगस बिल देने का धंधा चोपट करने की ताक में है। और तो और विभाग द्वारा कम्पनियों को नोटिस निकालकर जी.एस.टी. के तहत रिफंड लेने वाला पैसा विभाग को समर्पण करने का मौका दिया जा रहा है। दूसरी तरफ डिप्टी कर व आबकारी कमिशनर लुधियाना (डी.ई.टी.सी.) पवन गर्ग ने कहा कि लुधियाना रेंज-1 की ओर से बोगस बिल के मामले को उजागर किया गया है और विभाग ने बोगस बिल सहारे जी.एस.टी. रिफंड लेने वालों को नोटिस भेजकर पैसे जमा करवाने का एक अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी, लेकिन विभाग के पास कई कम्पनियों ने पैसे जमा करवा भी दिये हैं।