पंजाब का धुआं चंडीगढ़ नहीं पहुंचा तो फिर दिल्ली कैसे पहुंच गया : मुख्यमंत्री

फतेहगढ़ साहिब/ बस्सी पठानां, 17 नवम्बर (भूषण सूद/ समीर मल्होत्रा) : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब में धान की पराली को आग लगाने का सिलसिला 70 प्रतिशत कम हो गया है और अगले वर्ष 30 प्रतिशत भी बंद हो जाएगा, जबकि दिल्ली सरकार के आका कह रहे हैं कि पंजाब का धुआं दिल्ली में आ गया है। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब में इस वर्ष धुआं होता तो इसका सब से पहले असर चंडीगढ़ में होना था, जहां वातावरण बिल्कुल साफ है, फिर यह धुआं दिल्ली में किस प्रकार पहुंच गया। वह आज बस्सी पठानां-मोरिंडा रोड पर स्थित गांव मैड़ां में 358 करोड़ रुपए की लागत वाले वेरका मैगा प्लांट का नीव पत्थर रखने उपरांत विशाल जन समूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसान की आर्थिकता को मजबूत करने के लिए पंजाब में फसली विभिन्नता को उत्साहित करने के लिए सहिकारता, पशु पालन व डेयरी विकास विभाग के आपसी सहयोग को बढ़ाना सब से जरूरी है। उन्होंने कहा कि 11 लाख प्रति दिन दूध प्रोसैस करने की समर्था वाला यह प्रोजेक्ट तीन पड़ावों में मुक्कमल होगा, जिस के साथ सीधे तौर पर 500 व्यक्तियों को और असीधे तौर पर 80 हजार व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने किसानों को संदेश दिया कि वह गेहूं व धान के फसली चक्र से बाहर निकलने के लिए डेयरी फार्मिंग को सहायक धंदे के तौर पर अपनाएं। उन्होंने कहा कि डेयरी को उत्साहित करने के लिए दूध की पैदावार बढ़ेगी, जिस के लिए दूध के और भी ज्यादा प्रोसैसिंग प्लांट लगाने की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि डेयरी के धंदे को अपनाकर किसान अपनी आर्थिकता में और सुधार कर सकते हैं।  मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 100 करोड़ रुपए की लागत से वेरका मोहाली डेयरी में आटोमैटिक फरमैनटिड यूनिट रीमोट भी कंट्रोल से पंजाब के डेयरी किसानों को समर्पित किया, जिसका रोजाना 100 टन दहीं, 2.50 लाख लीटर मीठी, नमकीन और प्लेन लस्सी और 2.50 लाख लीटर प्रति दिन दूध प्रोसैस करने की समर्था होगी।  मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 से 20 नवम्बर तक मनाए जा रहे सहकारी सप्ताह की लड़ी के तोर पर इस आटोमैटिक मिलक प्रोसैसिंग प्लांट का पहला पड़ाव 138 करोड़ की लागत से 18 माह में मुक्कमल होगा। जिस की रोजाना 2 लाख लीटर दूध प्रोसैस करने की समर्था होगी और इसके शुरू होने से 250 व्यक्ति को सीधा रोजगार मिलेगा, जबकि 32 हजार व्यक्तियों को आसीधे तौर पर रोजगार मोहाया होगा। इस प्रोजैक्ट का दसूरा पड़ाव 120 करोड़ रुपए की लागत से 2022 तक मुक्कमल होगा, जिस की रोजाना 03 लाख लीटर दूध प्रोसैस करने की समर्था होगी। यह पड़ाव मुकंमल होने से 250 व्यक्तियों को सीधे तौर पर 48 हजार व्यक्तियों को आसीधे तौर पर रोजगार हासिल होगा। इस प्रकार इस प्रोजेक्ट का तीसरा पड़ाव 100 करोड़ रुपए की लागत से 2024 तक मुकंमल होगा, जिस की 06 लाख लीटर प्रति दिन दूध प्रोसैस करने की समर्था होगी और रोजाना 60 मीट्रिक टन दूध पाउडर तैयार होगा। उन्होंने कुछ अखौती किसान विरोधी संस्थाओं और पंजाब विरोधी राजसी पार्टियों के द्वारा पंजाब सरकार के खिलाफ धान की खरीद को लेकर किए जा रहे झूठे कूड़ प्रचार की सख्त शब्दों में आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक पंजाब में 160 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है और 157 लाख मीटरक टन धान की मंडियों में लिफ्टिंग हो चुकी है और किसानों को बनती अदायगी भी की जा चुकी है।  उन्होंने कहा की मंडियों में धान की वह फसल पड़ी है जिस में निश्चित मात्रा से ज्यादा नमी है और इसकी भी जलदी ही खरीद की जाएगी। उन्होंने कहा कि अकाली सुर्खियों में बने रहने के लिए बिना किसी मुद्दे से इस संबंधी झूठी ब्यानबाजी कर रहे हैं। जबकि पंजाब के लोगों ने उन को पहले ही नकार दिया है और अब उन के वरिष्ठ प्रवक्ता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं।  मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार ने किसानों को धान की पराली की सही संभाल के लिए सब्सिडी पर खेती मशीनरी व खेती संद मोहाया करवाए है, जिन में 2149 रोटावेटर 2174 हैपी सीडर, 192 पैडी चौपर कंबे, 1047 पैडी स्टराय मलचर, 1952 प्लटवें हल और 1148 जीरो ट्रिल ड्रिल मशीन मोहाया करवाई गई हैं। इस मौके पर साहिकारता मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा ने पिछली अकाली भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उस ने अपने 10 वर्ष के कार्यकाल सहकारी सभाओं को खतम करके रख दिया है, जिन का 65वर्ष का सुनहरा इतिहास रहा है। उन्होंने कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के द्वारा सहकारी सभाओं को फिर से सुरजीत करने के लिए किए जा रहे यत्न संबंधी कहा कि सहकारी अदारे मिलक फैड, मार्कफैड और शुगरफैड के नवीनीकरण और अपग्रेडेशन के लिए किए जा रहे यत्न प्रशंसायोग हैं। उन्होंने कहा कि गुरदासपुर, बटाला व अजनाला की सहकारी शूगर मिल्लों की गन्ना पीड़ने की समर्था को बढ़ाकर जलदी ही उन का नवीनीकरण किया जाएगा। पशु पालन व डेयरी विकास मंत्री बलबीर सिंह सिधू ने कहा कि मिलक प्लाटों के आधुनीकीकरण से जहां दूध व दूध से बने उत्पादकों की गुणवत्ता बढ़ने से दूध उत्पादकों को दूध के लाभदायक दाम मिलेंगे वहीं इस क्षेत्र में डेयरी फार्मरों को अच्छा उत्साह मिलेगा। विधायक बस्सी पठानां गुरप्रीत सिंह जीपी ने मुख्य मंत्री पंजाब के द्वारा इस इलाके के लोगों की लंबे समय की मांग को पूरा करते हुए बस्सी पठानां में अति आधुनिक वेरका मैगा डेयरी प्लांट का नींव पत्थर रखने के लिए उनका विशेष धन्यवाद किया। मुख्यमंत्री पंजाब ने इस मौके वेरका की प्राप्तियों को दरसाते काफी टेबल किताबें भी जारी की। इस मौके पर फतेहगढ़ साहिब हलके के विधायक कुलजीत सिंह नागरा, खन्ना के विधायक गुरकीरत सिंह कोटली, पाइल के विधायक लखवीर सिंह लक्खा, समराला के विधायक अमरीक सिंह ढिल्लों, मुख्य मंत्री पंजाब के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल आदि हाजिर थे।