रसोई घर में होने वाली दुर्घटनाओं से बचें

रसोई घर पकवान बनाने की जगह है। इसे दुर्घटनाओं का घर होने से बचायें। प्राय: गृहणियां रसोई घर में ही दुर्घटनाओं का शिकार होती हैं। इसे मात्र थोड़ी सी सूझबूझ से सावधान रहते हुए रोका जा सकता है। रसोई-घर में खाना बनाते समय पहने जाने वाले वस्त्र ऐसे सन्तुलित हों कि वे न अधिक ज्यादा टाइट हों और न ही अधिक ढीले-ढाले ही हों। सन्तुलित वस्त्रों को पहने हुए गृहिणी अच्छी तरह से खाना बना सकती है। रसोईघर में कार्य करते समय ऐसे वस्त्र नियंत्रण में रहते हैं। रसोईघर में कार्य करते समय चुन्नी का विशेष ध्यान रखें। चुन्नी काफी बार फिसल कर गिर जाती है तथा गिरने से मैली तो होती ही है और गैस आदि पर गिरने से कपड़ों में आग भी लग सकती है। अत: रसोईघर में रहते समय चुन्नी का प्रयोग ही न करें। अगर चुन्नी प्रयोग में लाना चाहें तो फिर उसे दोनों तरफ पिन लगाकर उसे पूर्ण नियंत्रण में रखें। सब्ज़ी को छौंक लगाते समय व तेल में किसी चीज़ को तलते समय मुंह को हमेशा दूर रखना चाहिए व तेल एवं सब्ज़ी के प्रयोग में लाया जाने वाला चम्मच लंबी डंडी वाला होना चाहिए। सब्ज़ी को छौंक लगाते समय सब्ज़ी वाले बर्तन को गैस पर दूर रख कर छौंक लगायें जिससे छौंक के समय उछलने वाले गर्म तेल के छींटे चेहरे पर न पड़ें। खाना बनाते समय रसोईघर में एक स्वच्छ सूती कपड़ा अवश्य रखना चाहिए, जिससे गैस पर से गर्म बर्तनों को कपड़े की सहायता से सरलतापूर्वक यथास्थान स्थानों पर रखा जा सके। रसोईघर में ज्वलनशील तरल पदार्थों को कभी भी नहीं रखें। रसोई में सब्ज़ी छौंकते समय गलती से हाथ व चेहरे पर तेल के छींटे पड़ जायें या साड़ी का पल्लू या चुन्नी में आग लग जाये तो ठंडे पानी में वो भाग रखें और छींटे मारें। गैस चूल्हे को हमेशा सिलेंडर की ऊंचाई से ऊपर रखें। अगर गैस पाईप अधिक पुराना होने के कारण कई जगह से मोड़ खा चुका है तो ऐसे पाइप को तुरन्त बदल देना चाहिए। अगर गैस लीक हो चुकी है व गैस की गंध आ रही है तो रसोईघर के दरवाजे-खिड़की स्विच आदि को बिना ऑन-ऑफ करते हुए घर के अन्य दरवाजे व खिड़कियां भी खोल दें, जिससे गैस घर से बाहर सरलतापूर्वक जा सके।

—श्रीराम ठाका