12 हज़ार ग्रामीण चौकीदार 1250 रुपये माह के मान भत्ते से गुजारा करने हेतु मज़बूर

संगरूर, 3 दिसम्बर (धीरज पशौरिया) : पंजाब की समय-समय की सरकारों द्वारा नजरअंदाज किए ग्रामीण चौकीदार सिर्फ 1250 रूपए मासिक मान भत्ते से गुजारा करने के लिए मजबूर हैं। पंजाब के गांवों में सेवाएं निभा रहे यह 12 हजार के करीब चौकीदार गांव की पंचायत से लेकर पार्लियामैंट की चुनाव तक अपनी ड्यूटी जिम्मेदारी से निभाने के साथ-साथ एक थानेदार के आदेश से लेकर माननीय हाईकोर्ट तक के आदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए एक कड़ी का काम करते हैं। यह चौकीदार लंबे समय से प्रशासनिक अधिकारियों पटवारी से लेकर ज़िलाधीश तक के प्रत्येक संदेश को जिम्मेदारी से लोगों तक पहुंचाते आ रहे हैं। सरकार तथा ग्रामीण लोगों में एक संवेदनशल कड़ी के रूप में काम कर रहे इन चौकीदारों को कई बार अपने निजी काम को छोड़ सरकार के काम को पहल देनी पड़ती है। इस संबंधी ग्रामीण चौकीदार यूनियन पंजाब के प्रांतीय अध्यक्ष सतगुर सिंह माझी का कहना है कि गांवों में हर काम में मोहरी रोल निभाने वाले चौकीदार को सरकार द्वारा दिया जाने वाला मान भत्ता महज़ 1260 रूपए प्रति माह है, आज के महंगाई के युग में कैसे एक व्यक्ति अपने परिवार का गुजारा इस निगुणे भत्ते से कर सकता है। श्री माझी ने बताया कि पड़ोसी राज्य हरियाणा अपने ग्रामीण चौकीदारों को 7500 रुपए प्रति माह मान भत्ते के साथ साथ 2500 रूपए डंडा, बैटरी आदि के लिए 100 रुपए तथा साईकिल के लिए 3500 रुपए वार्षिक भत्ता दे रहा है पंरतु पंजाब में किसी भी पार्टी की सरकार हो किसी ने भी कहीं चौकीदारों का दर्द नहीं सुना। उन्होंने मांग की कि उनकी जत्थेबंदी ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्द्र सिंह को एक पत्र भेजकर मांग की है कि पंजाब के ग्रामीण चौकीदारों को कम से कम हरियाणा सरकार अनुसार वेतन तथा भत्ते दिए जाएंगे। इस संबंधी जब पंजाब विधान सभा में विरोधी पक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा से बात की गई तो उन्हाेंने कहा कि वह गांव के चौकीदारों के मामले को आने वाले विधान सभा के सैशन में गंभीरता से उठाएंगे।