पूरे राज्य में ज़िला स्तर पर बैंकों के आगे 1 जनवरी से पांच दिवसीय स्थाई मोर्चे की घोषणा

संगरूर, 15 दिसम्बर (सत्यम्) : भारतीय किसान यूनियन एकता ऊगराहां के प्रांतीय अध्यक्ष जोगिन्द्र सिंह ऊगराहां तथा महासचिव सुखेव सिंह कोकरी कलां ने बताया कि बैंकों तथा सूदखोरों द्वारा किसानों की मजबूरी का नजायज़ फायदा उठाकर उनसे खाली चैक ले लिए जाते हैं जोकि बिल्कुल गैरकानूनी है। बाद में इन चैकों को यह आप ही भर कर बैंकों में बाऊंस करवा लेते हैं तथा फिर केस कर किसानों को जेल में भेज दिया जाता है तथा जुर्माने वसूल किए जाते हैं। इस तरह यह चैक किसानों के लिए आत्महत्या का कारण बन जाते हैं। किसान नेताओं ने बताया कि यूनियन ने वर्ष 2019 की शुरूआत कज़र्ी किसानों के लिए आत्महत्या का कारण बने चैक बैंकों तथा सूदखोरों से वापिस लेने के लिए 1 से 5 जनवरी तक ज़िला स्तरीय बैंकों के आगे दिन रात धरने लगाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि किसान मजदूरों को कर्ज देने समय जमीन गहने लिखवाने के अलावा हस्ताक्षर किए खाली चैक भी ले लिए जाते हैं। एक सवाल के जबाव में किसान नेताओं ने बताया कि ज़िला हैडक्वाटरों पर किस बैंक के आगे धरना लगाया जाएगा यह फैसला यूनियन की ज़िला कमेटीयां करेंगी। इस मौके पर मौजूद किसान नेता जसविन्द्र सिंह लौंगोवाल तथा राजपाल सिंह मंगवाल ने कहा कि संगरूर में किस बैंक के आगे धरना लगाना है यह फैसला ज़िला कमेटी द्वारा जल्द ही कर लिया जाएगा। धरने में यह भी मांग की जाएगी कि किसानों से खाली चैक लेने पर बिल्कुल पाबंदी लगाई जाए।