भारत में करतारपुर गलियारा के निर्माण हेतु निशानदेही का काम शुरू

डेरा बाबा नानक, 16 जनवरी (अ.स.): भारत की और से करतारपुर गलियारा के निर्माण तथा मूलभूत ढांचा विकसित करने के लिए सिविल प्रशासन द्वारा ज़मीन की निशानदेही किए जाने का काम शुरू कर दिया गया, जिसके तहत अमृतसर, गुरदासपुर तथा बटाला की ओर से तैयार होने वाले चार मार्गीय सड़कों की निशानदेही करके इसके आस-पास झंडियां लगाई जा रही हैं। करतारपुर गलियारा के निर्माण को लेकर आज बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक आईजी मेहपाल यादव के नेतृत्व में हुई, जिसमें सिविल प्रशासन की ओर से एसडीएम अशोक शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित हुए। उपरोक्त बातचीत करते हुए एसडीएम अशोक शर्मा ने बताया कि करतारपुर गलियारे के निर्माण की तैयारियों के संबंध में गत दिवस पंजाब के अतिरिक्त सचिव की अध्यक्षता में बीएसएफ, अंतर्राष्ट्रीय सड़क मंत्रालय तथा स्थानीय सिविल प्रशासन के अधिकारियों की अहम बैठक की गई थी, जिसकी रिपोर्ट तैयार करके सरकार को भेज दी है। एसडीएम ने बताया कि विभिन्न मार्गों द्वारा भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सड़क तक आने वाली सड़कों की निशानदेही करके झंडियां लगाने की कार्रवाई शुरू कर दी है तथा इसी दौरान जो ज़मीन भी निर्माणाधीन आएगी, उसके खसरा नं. तैयार किए जा रहे हैं तथा सारी रिपोर्ट तैयार करने के बाद अधिसूचना जारी की जाएगी। एसडीएम ने बताया कि अमृतसर से वाया अजनाला, रमदास, कलानूर होते हुए गुरदासपुर तक जाने वाले मार्ग को पहले ही नैशनल हाईवे 354 घोषित किया गया है, जबकि कैबिनेट मंत्री रंधावा की यह तजवीज़ है कि बटाला से आने वाले मार्ग को इस हाईवे का भाग बनाया जाए। उन्होंने बताया कि करतारपुर गलियारा के निर्माण दौरान भारत की ओर इमीग्रेशन, कस्टम, बीएसएफ के कार्यालय तथा चौकियों के अलावा सर्कट हाऊस का निर्माण किया जाना है जिसके लिए 70 एकड़ ज़मीन ली जाएगी। इसके अलावा बीएसएफ को भी सुरक्षा तथा मूलभूत ढांचा विकसित करने के लिए 70 एकड़ ज़मीन की आवश्यकता है। इसके लिए आज वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कुछ साइटें देखी गईं। इस अवसर पर डीआईजी रमेश शर्मा, नायब तहसीलदार जनकराज, सहायक कमांडैंट नीरज कुमार के अलावा बीएसएफ तथा सिविल प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।