40 मुक्तों की याद में श्री मुक्तसर साहिब में संगत हुई नतमस्तक

 रणजीत सिंह ढिल्लों
श्री मुक्तसर साहिब, 14 जनवरी : 40 मुक्तों की याद में माघी के अवसर पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्री मुक्तसर साहिब पहुंची संगतों ने गुरुद्वारा टुट्टी गंडी साहिब के ईलावा अन्य ऐतिहासिक गुरुद्वारों में माथा टेका और पवित्र सरोवर में स्नान कर शहीदों को प्रणाम किया। सुबह गुरुद्वारा शहीद गंज साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डाला गया। इसके बाद भाई महां सिंह दीवान हाल में सजाए गए धार्मिक दीवान में पंथ प्रसिद्ध रागी व ढाडी जत्थों ने गुरु इतिहास सरवन करवाया। एक दिन पहले हुई बारिश व सुबह समय कोहरा होने के कारण संगत की आमद कम नजर आई, लेकिन करीब 10:45 बजे सूर्य दिखाई दिया और धूप निकलते ही संगतों की आमद बढ़नी शुरु हो गई और शाम तक लाखों संगत ने शहीदों को प्रणाम किया। संगत द्वारा श्री मुक्तसर साहिब के इतिहासिक गुरुद्वारों गुरुद्वारा टूटी गंडी साहिब (श्री दरबार साहिब), गुरुद्वारा शहीद गंज साहिब, गुरुद्वारा माता भाग कौर, गुरुद्वारा टिब्बी साहिब, गुरुद्वारा दातनसर साहिब, गुरुद्वारा रकाबसर साहिब और गुरुद्वारा दुख निवारन तरनतारन साहिब के दर्शन किए और 40 मुक्तों की इतिहासिक शहादत को प्रणाम किया। सिख इतिहास में अहम स्थान प्राप्त इस दिवस पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष या अन्य कोई बड़े पदाधिकारी नहीं पहुंचे और न ही किसी तख्त साहिबान के जत्थेदार शामिल हुए। माघी के अवसर पर क्षेत्र की संगत द्वारा श्री मुक्तसर साहिब को आने वाले सभी रास्तों पर लंगर लगाए गए। 15 जनवरी को श्री दरबार साहिब के गेट नंबर 4 से सुबह 9 बजे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्र-छाया और पांच प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन प्रारंम्भ होगा, जोकि बाज़ारों से होता हुआ गुरुद्वारा टिब्बी साहिब में पहुंचेगा और वापिस श्री दरबार साहिब में आकर सम्पूर्ण होगा। गुरुद्वारा टिब्बी साहिब में ढाडी दरबार सजाया जाएगा और 15 जनवरी को ही गुरुद्वारा साहिब में सुबह 11 बजे अमृत संचार होगा। इसके ईलावा दोपहर 12 बजे गुरुद्वारा बाबा नैना सिंह जी छावनी बुढ्डा दल से निहंग जत्थेबंदियों द्वारा बुढ्डा दल के मुखी जत्थेदार बाबा बलबीर सिंह अकाली 96वें करोड़ी की अगुवाई में मुहल्ला निकाला जाएगा।