भूकम्प पट्टी क्या होती है ?

‘दीदी, भूकम्प क्यों और कैसे आते हैं?’
‘भूकम्प पृथ्वी की सतह पर कंपन या स्पंदन है। भूकम्प का असल कारण आमतौर से पृथ्वी के क्रस्ट के रॉक्स में ‘फाल्ट’ होता है।’
‘मैं कुछ समझा नहीं।’
‘दरअसल, क्रस्ट पृथ्वी की ऊपरी तह होती है, जब एक रॉक मास दूसरे से बहुत अधिक बल व फ्रिक्शन से टकराता है तो उस जगह आये ब्रेक या टूटन को ‘फाल्ट’ कहते हैं।’
‘तो शायद इसी वजह से भूकम्प दुनिया के सभी हिस्सों में नहीं आते हैं।’
‘हां। भूकम्प कुछ निश्चित क्षेत्रों तक ही सीमित रहते हैं, जिन्हें ‘बेल्ट्स’ या पट्टी कहते हैं।’
‘इनमें सबसे महत्वपूर्ण बेल्ट कौन सी है?’
‘प्रशांत महासागर का रिम, जहां दुनिया के सबसे अधिक भूकम्प व ज्वालामुखी रिकॉर्ड किये जाते हैं।’
‘रिम का क्या अर्थ है?’
‘प्रशांत रिम वह भौगौलिक क्षेत्र है जो प्रशांत महासागर को घेरे हुए है। यह रिम उत्तर अमरीका व दक्षिण अमरीका के पश्चिमी तटों और ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी एशिया व पैसिफिक द्वीपों को कवर करती है।’
‘यह बेल्ट कहां से शुरू होती है?’
‘चिली के दक्षिणी सिरे से शुरू होकर यह दक्षिण अमरीका के पैसिफिक तट से होते हुए केंद्रीय अमरीका के कॅरीबीयन में ब्रांच करते हुए मेक्सिकन तट से कैलिफोर्निया और फिर अलास्का तक जाती है।’
‘बस।’
‘नहीं। यह इसका अंत नहीं है। बेल्ट अलास्का से कामचटका तक जारी रहती है। फिर कुरिले द्वीपों व अलेयूशियन द्वीपों से होते हुए जापान, फिलिपीन इण्डोनेशिया, न्यू गिन्नी और विभिन्न दक्षिण पैसिफिक द्वीपों से गुजरती है।’
‘तो इतिहास में अधिकतर बड़े भूकम्प इसी पैसिफिक बेल्ट के भीतर आये होंगे?’
‘हां। लेकिन एक भूकम्प बेल्ट और है जो जापान से निकलती है और चीन, भारत, ईरान, तुर्की, यूनान व मेडिटरेनीयन से गुज़रती है। वैसे कुछ क्षेत्रों जैसे जापान में भूकम्प तो लगभग रोज़ ही आते हैं। किस्मत से अधिकतर भूकम्प ज्यादा खतरनाक नहीं होते हैं और उनसे कोई नुकसान भी नहीं होता है। लेकिन दूसरी ओर न्यू इंग्लैंड स्टेट्स में तो हज़ारों साल पहले आयी अंतिम आइस एज के बाद कोई घातक भूकम्प आया ही नहीं है।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर