टोहड़ा परिवार आज करेगा अकाली दल में घर वापसी

जालन्धर, 19 अप्रैल (मेजर सिंह): लम्बा समय अकाली दल का स्तम्भ बनकर रहे जत्थेदार गुरचरन सिंह टोहड़ा का परिवार लगभग तीन वर्ष पहले अकाली नेतृत्व से मतभेदों के कारण पार्टी को अलविदा कहकर ‘आप’ में शामिल हुआ था परंतु पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के प्रयासों की बदौलत अब टोहड़ा परिवार ने पुन: पार्टी में शामिल होने का मन बना लिया है। पता चला है कि सुखबीर सिंह बादल खुद पटियाला में टोहड़ा परिवार से 20 अप्रैल को जाकर मिलेंगे और टूटी गांठ को जोड़ने का आगाज़ करेंगे। उल्लेखनीय है कि लम्बा समय अकाली दल की अग्रणी कतार में रहे प्रकाश सिंह बादल व जत्थेदार गुरचरन सिंह टोहड़ा के बीच 1999 में दरार पड़ी थी और जत्थेदार टोहड़ा ने अलग अकाली दल बना लिया था परंतु 3-4 वर्ष के अंतराल में ही पंथक एकता पार्टी के लिए दोनों नेता पुन: एक हो गए और अकाली दल की मज़बूती के लिए काम करने लगे। जत्थेदार टोहड़ा के निधन के बाद उनके दामाद हरमेल सिंह टोहड़ा बादल सरकार में मंत्री भी रहे। उनकी बेटी कुलदीप कौर टोहड़ा इस समय भी शिरोमणि कमेटी सदस्य हैं। वर्ष 2016 में टोहड़ा परिवार ने अकाली दल को अलविदा कहकर ‘आप’ के साथ हाथ मिला लिया था। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव बीबी टोहड़ा ने ‘आप’ के उम्मीदवार के रूप में सनौर क्षेत्र से लड़ा था। बताया जाता है कि टोहड़ा परिवार पिछले कुछ समय से ‘आप’ की लीडरशिप के व्यवहार से बेहद ़खफा था। विशेष तौर पर हरमेल सिंह टोहड़ा के बेटे हरिंदरपाल सिंह टोहड़ा अकाली नेता अजायब सिंह मुखमैलपुर के परिवार में ब्याहे जाने के कारण लगातार अकाली दल की ओर अधिक झुकाव रखते बताए जाते हैं। हरमेल सिंह टोहड़ा ने सम्पर्क करने पर अकाली दल में शामिल होने के फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि उनका परिवार तो शुरू से ही पंथक व अकाली परिवार है और हमारा किसी दूसरी तरफ गुजारा भी नहीं।