अर्थव्यवस्था को झटका 5 साल से सबसे निचले स्तर पर पहुंची जीडीपी

नई दिल्ली, 31 मई (वार्ता) : वर्ष 2017-18 के दौरान देश में बेरोजगारी की वृद्धि दर सर्वाधिक 6.1 प्रतिशत पर पहुंच गई है। सरकार के शुक्रवार को यहां जारी आंकड़ों के अनुसार जुलाई 2017 से जून 2018 की अवधि की रिपोर्ट के अनुसार कुल 12 हज़ार 800 बस्तियों में सर्वेक्षण किया गया। इन बस्तियों में 7024 गांव और 5776 शहर शामिल हैं। एक लाख दो हज़ार 113 परिवारों में सर्वेक्षण किया गया। इनमें 56 हज़ार 108 ग्रामीण तथा 46 हज़ार पांच शहरी परिवार शामिल हैं। सर्वेक्षण में चार लाख 33 हज़ार 339 लोगों ने हिस्सा लिया। इनमें से दो लाख 46 हज़ार 809 ग्रामीण और एक लाख 86 हज़ार 530 शहरी इलाकों से हैं। वहीं कृषि एवं खनन क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के कारण वित्त वर्ष 2018-19 की अंतिम तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर छह प्रतिशत से नीचे 5.8 प्रतिशत दर्ज की गई जो पांच साल का इसका निचला स्तर है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-मार्च 2019 की तिमाही में जीडीपी विकास दर लगातार घटती हुई 5.8 प्रतिशत पर आ गई जो वित्त वर्ष 2013-14 के बाद सबसे कम है। इस साल 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में ओवरऑल जीडीपी विकास दर 6.8 प्रतिशत रही है। पहली तिमाही में विकास दर 8 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में सात प्रतिशत और तीसरी तिमाही में 6.6 प्रतिशत रही थी। वहीं देश में प्रति व्यक्ति आय मार्च 2019 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 10 प्रतिशत बढ़कर 10,534 रुपये महीना पहुंच जाने का अनुमान है।