मिलों की बिकवाली से चीनी में मंदा : गुड़ में ठहराव

नई दिल्ली, 23 जून (एजेंसी): गत सप्ताह मिलों में चीनी का उत्पादन धीरे-धीरे घटता गया, लेकिन रुपए की तंगी होने एवं यूपी की मिलों पर किसानों का बकाया भुगतान करने की सख्ती के चलते मिलों ने 20/30 रुपए क्विंटल और घटाकर चीनी का व्यापार किया। यही कारण है कि गर्मी में खपत बढ़ने के बावजूद हाजिर में भी चीनी 40/50 रुपए घट गयी। आगे श्रावणी त्यौहार आ रहे हैं, इसे देखते हुए और घटने की गुंजाइश नहीं दिखाई दे रही है।  आलोच्य सप्ताह चीनी में लोकल व चालानी मांग काफी कमजोर होने से मिलों में स्टॉक ज्यादा हो गया, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश सरकार ने सितम्बर तक 11000 करोड़ गन्ने का बकाया भुगतान करने की सख्ती से मिलें और प्रेशर में आ चुकी हैं। यही कारण है कि पिराई सत्र का सीजन समाप्त होने एवं गर्मी बढ़ने से चीनी की खपत अधिक होने के बावजूद इसके भाव मिलों में 20/30 रुपए घटाकर बोले गये। हाजिर में चीनी यहां भी 50 रुपए टूटकर 3550/3650 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी। यूपी की मिलों में जो डीओ बढ़िया चीनी का 3300/3330 रुपए प्रति क्विंटल तक बना था, वह आलोच्य सप्ताह 3260/3300 रुपए प्रति क्विंटल बनने की खबर थी। मानसून लेट होने से गन्ने के आने वाले उत्पादन में कमी का अंदेशा कारोबारी लगाने लगे हैं, लेकिन नई-पुरानी चीनी का स्टॉक यूपी, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र में अधिक बचने से अभी लम्बी तेजी नहीं बन पायेगी।