बहिबल व कोटकपूरा गोली कांड : लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही विशेष जांच टीम की जांच में आई सुस्ती

फरीदकोट, 6 जुलाई (अ.स.): बहिबल कलां व कोटकपूरा गोली कांड की जांच कर रही विशेष जांच टीम द्वारा की जाती जांच लोकसभा चुनावों से पहले जितनी तेज़ी से चल रही थी, चुनावों के बाद जांच प्रक्रिया में सुस्ती सी आ गई तथा जांच टीम के लिए यहां स्थापित किया गया कैम्प कार्यालय पूरी तरह अब सुनसान नज़र आता है। बहिबल कांड में नामज़द किए गए आरोपी पुलिस अधिकारी कैम्प कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं परन्तु उनसे पूछताछ करने के लिए कोई अधिकारी मौजूद नहीं। चुनाव समाप्त होते ही बहिबल कांड में आरोप पत्र अदालत में पेश करने के बाद जांच टीम स्वयं ही विवादों में घिर गई थी जिसके बाद फरीदकोट कैम्प कार्यालय कोई भी अधिकारी नहीं आया तथा न हुई कार्रवाई आगे चलाई गई। कोटकपूरा व बहिबल कांड में जांच टीम द्वारा दावे किए जाते थे कि इस जांच के लिए अत्यंत आधुनिक तकनीकों की सहायता ली जा रही है परन्तु जांच टीम के दावों की उस समय हवा निकल गई जब गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को जांच टीम के कड़े विरोध के बावजूद ज़मानत मिल गईं जिससे सिद्ध होता है कि जांच टीम द्वारा पेश की गई चार्जशीट उनके दावों पर खरी नहीं उतर रही। 27 मई को कोटकपूरा गोली कांड में दायर की गई चार्जशीट समय भी प्रमुखता से जांच में भाग लेने वाले टीम के सदस्य आई.जी. कंवरविजय प्रताप सिंह फरीदकोट नहीं आए। इससे पहले आई.जी. कंवरविजय प्रताप सिंह व कपूरथला के एस.एस.पी. सतिन्द्र सिंह द्वारा बहिबल व कोटकपूरा कांड की जांच के लिए फरीदकोट चक्कर लगा 
रहे थे।