कपास की नई फसल की आवक शुरू, रूई के दाम में छाई सुस्ती

नई दिल्ली, 1 सितम्बर (एजेंसी): कपास की नई फसल की आवक शुरू होते ही रूई के दाम में सुस्ती छा गई। घरेलू वायदा और हाजिर बाजार में रूई का भाव शुक्रवार को अगस्त महीने के सबसे निचले स्तर पर रहा। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार जंग का भी रूई बाजार पर असर असर देखा जा रहा है। घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर शुक्रवार को रूई का अक्तूबर डिलीवरी वायदा 60 रुपये की गिरावट के साथ 22,860 रुपये प्रति गांठ (170 किलो प्रति गांठ) पर बंद हुआ, जबकि निचला भाव अगस्त महीने के सबसे निचले स्तर 22,800 रुपये तक फिसला। रूई वायदा 10 अगस्त 2018 को 24,280 रुपये प्रति गांठ तक उछला था। बेंचमार्क कॉटन गुजरात शंकर-6 (29 एमएम) का भाव शनिवार को 47,700 रुपये प्रति कैंडी (370 किलो प्रति कैंडी) था, जबकि अगस्त में कीमतों में 48,400 रुपये प्रति कैंडी तक का उछाल आया था। बाजार सूत्रों के अनुसार, पंजाब के अबोहर, मलौठ, फाजिल्का तथा हरियाणा और गुजरात के कुछ बाजार में नई फसल की आवक शुरू हो गई है।  जिसके बाद खरीदारी कमजोर पड़ गई है। दरअसल, लेवाल आवक जोर पकड़ने के इंतजार में है। कुछ बिकवाल डिस्काउंट पर अपना माल बेचने लगे हैं। रूई बाजार के जानकार मुंबई के गिरीश काबड़ा ने बताया कि इस हफ्ते जारी बुवाई के आंकड़ों में सुधार से भी रूई बाजार में सुस्ती आई है। उन्होंने कहा कि रूई बाजार में मंदी मुख्य रूप से अंतर्राष्ट्रीय बाजार की कमजोरी से प्रेरित है।