त्यौहारी सीजन के बावजूद चीनी में मंदा : गुड़ भी लुढ़का

नई दिल्ली, 13 अक्तूबर (एजैंसी): गत सप्ताह दशहरा के बाद दिवाली त्यौहार की चीनी में बिक्री जारी रही, लेकिन वितरक मंडियों के स्टॉकिस्टों के पास स्टॉक अधिक होने से मिलों में 20 प्रतिशत मांग घट गयी, जिसके चलते 40/50 रुपए प्रति क्विंटल का और मंदा आ गया। हाजिर में भी चीनी 70/80 रुपए लुढ़क गयी तथा इन भावों में भी कोई विशेष व्यापार नहीं हुआ। इसके अलावा गुड़ भी नये माल के दबाव से 250/300 रुपए प्रति 40 किलो पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मंडियों में नीचे आ गया, जिससे यहां भी इसमें 500/600 रुपए प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार माल में मंदा आ गया। आलोच्य सप्ताह दशहरा के बाद दिवाली खपत के लिए हलवाइयों की चीनी में मांग शुरू हो गयी, लेकिन त्यौहारी सीजन के बावजूद वितरक मंडियों में स्टॉक अधिक होने से मिलों में चीनी का व्यापार गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 20 प्रतिशत कम हुआ तथा मिलें मैन्टेन्स के बाद गन्ने की पिराई करने के लिए तैयार हैं, जिससे 40/50 रुपए प्रति क्विंटल घटाकर यूपी, महाराष्ट्र की मिलों में डीओ बनने की खबर थी। यूपी में जो डीओ 3410 रुपए पिछले सप्ताह बने थे, उसके भाव 3350/3360 रुपए बोलने लगे। ऊपर में चीनी 3400 रुपए तक मिल में बिकने की खबर थी। हाजिर में भी 70 रुपए लुढ़ककर इसके भाव 3670/3780 रुपए रह गये। गौरतलब है कि चीनी का कोटा कम आने से पहले ही अधिकतर मंडियों में दिवाली खपत को देखकर कारोबारी भारी मात्रा में स्टॉक कर लिये थे। उनकी मांग पूरी तरह ठंडी पड़ गयी है तथा बड़े मिठाई निर्माता पहले ही कोल्ड स्टोरों में मिठाइयां तैयार करके स्टॉक कर चुके हैं। इसे देखते हुए बाजार अभी और मंदा जाना चाहिए। इसके अलावा नये गुड़ की आवक मुजफ्फरनगर मंडी में 5000-6000 कट्टे दैनिक होने से 250/300 रुपए गिरकर वहां लड्डू 1150/1200 रुपए तथा खुरपा 1100/1150 रुपए प्रति 40 किलो रह गए। यहां भी 500/600 रुपए लुढ़ककर ढैया 3300/3400 रुपए एवं चाकू 3100/3200 रुपए प्रति क्विंटल के निम्नस्तर पर आ गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बरसात कम होने से गन्ने में चीनी की रिकवरी अधिक आ रही है तथा पुराने एवं नए गन्ने की फसल को मिलाकर चीनी का उत्पादन फिर बढ़ने की संभावना प्रबल हो गई है।