इन तरीकों से आप भी रह सकते हैं स्वस्थ 

खाना-पीना, सोना-जागना, काम करना, आराम आदि यह सब बातें हमारे जीवन पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव डालती हैं। अपने जीवन को सुखमय और स्वस्थ रखने हेतु अपने आहार-विहार पर ध्यान देना आवश्यक है। यदि आप भी चाहते हैं कि आप जीवन भर सुखी और स्वस्थ रहें तो ध्यान दें कुछ महत्त्वपूर्ण सूत्रों की ओर।
* सुबह उठते ही ताम्रपात्र का बासा जल खाली पेट लें।
*  शरीर को सुडौल रखने के लिए प्रात:काल उठ कर खुली हवा में सैर करनी चाहिए और हल्के व्यायाम भी करने चाहिए।
* जब अच्छी तरह से भूख लगे तभी खाना खायें। खाने के तुरन्त बाद चाय आदि न पिएं।
* भोजन में तेज़ मसालों का प्रयोग न करें। भोजन हल्का व कम मसाले वाला खायें।
* तला हुआ भोजन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। भोजन ताजा और कम वसा में बना हुआ खायें।
* शारीरिक और मानसिक थकान दूर करने के लिए बीच में कुछ देर के लिए विश्राम करें। रात में अधिक देर तक न जागें, न ही प्रात: देर से उठें।
*  रात्रि के भोजन और सोने में 2 से 3 घंटे का अंतराल रखें।
*  सोते समय और जागने के बाद मुंह और दांत अच्छी तरह साफ करें। 
* खाने के एकदम बाद न सोयें, न ही जागने के तुरंत बाद कुछ खायें।
* भोजन हमेशा हाथ धोकर और साफ बर्तनों में खायें।
* संतुलित आहार को जीवन का अंग बनायें जिनमें विटामिंस, फल, हरी सब्जियां, दालें, दूध, दही आदि हों।
* भोजन अच्छी तरह से चबा चबा कर खायें और पानी को एक एक घूंट कर के पिएं।
* भोजन नियमित समय पर लें। हो सके तो सप्ताह में एक दिन फलाहार रहें या रसाहार रहें।
* नींद पूरी लें। कम नींद लेने से दिमाग पर और शरीर पर कुप्रभाव पड़ता है। अधिक सोना भी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। 

(स्वास्थ्य दर्पण)
-सुनीता गाबा