मैं भाषा को ज्यादा महत्व नहीं देतीविद्या बालन

अभिनेत्री विद्या बालन के फिल्म मिशन मंगल के लगभग एक साल बाद मई में रिलीज़ होने वाली निर्देशक अनु मेनन कीबायोपिक बेस्ड फिल्म शकुंतला देवी में अपना जलवा दिखाने के लिए तैयार है। बेहद बुद्धिमान महिला शकुंतला देवी ह्यूमनकंप्यूटर के तौर पर भी मशहूर है। दूसरी ओर वर्तमान में विद्या को भी इंडस्ट्री का बेहद समझदार हीरोइन कहा जाता है।उन्हें उल-जलूल फिल्मों में काम करते हुए बेहद कम ही देखा जाता है। विद्या कहती हैं ‘असल में कहानी के बाद से ही इसतरह की सब्जेक्ट बेस्ड फिल्मों की तरफ मेरा झुकाव कुछ ज्यादा हुआ।’ कहानी-2, बेगम जान, तुम्हारी सल्लू, मिशन मंगल जैसी फिल्मों ने मुझे बहुत ताकत दी है। यह एकअच्छी बात है कि अब इस तरह की फिल्में ही मेरे पास आ रही हैं। फिर मैं भाषा को भी ज्यादा तवज्जो नहीं देती हूं। अच्छेसब्जेक्ट के चलते ही मैं तेलुगु की एनटीआर जैसी फिल्में भी मैं खुशी से कर लेती हूं। इससे भी मुझे एक अलग कुशी मिलतीहै। शकुंतला देवी करने की भी एक बड़ी वजह यही थी। ऐसी विदुषी महिलाओं के बारे में तो पूरे देश को जानना चाहिए।उनसे जुड़ी कुछ रोचक घटनाओं को अपनी कहानी में बहुत अच्छी तरह से पिरोया है। आपको ताज्जुब होगा, मैंने पहली बारसुनकर ही इसकी स्क्रिप्ट को ओके कर दिया था।