तापसी पन्नू हमारे पास दर्शकों से जुड़ाव की क्षमता है

 तापसी पन्नू फिल्मों के अपने मुश्किल सफ र पर बात करने से कभी भी नहीं कतरातीं। दक्षिण के सिनेमा से बॉलीवुड तक का उनका सफ र और वो भी बिना किसी गॉडफादर के, उन्होंने बखूबी किया और अपना मुकाम बनाया। इंडस्ट्री में इन दिनों भाई-भतीजावाद की चर्चा जोरों पर है, वह मानती है कि यह बॉलीवुड के नए चेहरों के सामने आने वाली चुनौतियों में ‘बस एक और चुनौती है।  यह कहना गलत होगा कि किसी को इसके बारे में पहले से जानकारी नहीं होती। एक बार जब आप चुनौतियों को जान जाते हैं, तो आप इससे निपटने की ताकत विकसित करते हैं।’
बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू की अगली फिल्म रश्मि रॉकेट् की कहानी गांव की एक युवा लड़की के बारे में है जिसे ऊपर वाले ने तेज गति से दौड़ने के वरदान से नवाजा है् इस अविश्वसनीय क्षमता के चलते ही गांव वाले उसे रॉकेट के नाम से जानते हैं। जब उसे अपनी प्रतिभा को प्रोफेशनल रूप से प्रदर्शित करने का मौका मिलता है तो वह इस अवसर को अपने हाथ से जाने नहीं देती है  उसे इस बात का एहसास होता है कि फि निश लाइन की दौड़ कई बाधाओं से लैस है एक एथलेटिक प्रतियोगिता की तरह नजर आने वाली यह रेस उसके लिए सम्मान आदर और यहां तक कि उसकी अपनी पहचान के लिए एक व्यक्तिगत लड़ाई में बदल जाती है।
 जब एक्टर्स के बच्चे अपने फ ायदे का पूरा इस्तेमाल करते हैं  तो आउटसाइडर्स अपनी क्षमता का लाभ क्यों नहीं उठाते ् खासकर तब, जब आम आदमी उनसे तुलनात्मक रूप से ज्यादा जुड़ाव भी महसूस करता है।  अगर स्टार्स अपने फ ायदे का उपयोग कर रहे है तो हम अपनी क्षमता पर भरोसा करके  क्यों उसका उपयोग नहीं करते हमारे पास दर्शकों से जुड़ाव की क्षमता है।