संस्कार मुझे विरासत में मिले हैं टाइगर श्राफ

6 साल के करियर में कई हिट दे चुके टाइगर श्रॉफ ’बागी’, ’बागी 2’,  ’वॉर’ और ’बागी 3’ जैसी फिल्मों से खुद को एक सशक्त एक्शन हीरो के रूप में स्थापित किया। फिल्मों में टाइगर श्रॉफ के एक्शन सीन हॉलीवुड स्केल के होते हैं।  टाइगर श्रॉफ अपने एक्शन के अनोखे अंदाज से अब तक कई लोगों को दीवाना बना चुके हैं। अब तक सिर्फ हैरत अंगेज एक्शन और शानदार डांस के लिए पहचाने जाते रहे हैं लेकिन इस तरह की खबरें आ रही हैं कि वह अपनी अपकमिंग फिल्म ‘हीरोपंती 2’ के लिए खुद की आवाज में गाना गा सकते हैं।  टाइगर का कहना है कि हो सकता है कि ‘हीरोपंती 2’ के लिए मैं अपनी आवाज में कोई गीत रिकार्ड करूं लेकिन अभी फाइनल कुछ भी नहीं है।  हेमंत से टाइगर बन जाने के पीछे एक बेहद रोचक किस्सा है।  दरअसल बचपन में, मैं अपने डैडी की गोदी में बैठकर उनकी आंखें नोचा करता था, इसलिए डैडी मुझे टाइगर कहकर पुकारने लगे। फिल्मों में तो मैं काफी बाद में आया, उसके पहले ही मुझे, मेरी जान पहचान वालों और मेरे दोस्तों ने टाइगर कहकर, पुकारना शुरू कर दिया था। जब मैंने फिल्मों में डेब्यू किया, मुझे लगा कि इसी नाम से डेब्यू करना ठीक रहेगा और इस तरह में स्थायी तौर पर हेमंत से टाइगर बन गया। नहीं, मुझमें और डैडी में ऑफ स्क्र ीन या ऑन स्क्र ीन किसी तरह की कोई समानता नहीं है बल्कि इसके विपरीत मैं शक्लो सूरत में मां के ज्यादा करीब हूं। लोग कहते हैं कि मेरी शक्ल मेरी मां से काफी मिलती है।  ये संस्कार मुझे अपने डैडी से विरासत में मिले हैं। डैडी की इस विरासत को मैं किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहता। डैडी का मानना है कि इस दुनिया में हम कुछ दिनों के लिए आए हैं और हमें अपने-अपने किरदार निभाकर चले जाना है। हमारे जाने के बाद भी हम यहां अपने अच्छे काम और अपने अच्छे व्यवहार के आइने में जिंदा रह सकते हैं।  (अदिति)