भारतीय फुटबाल लीग का बदला स्वरूप 

विश्व की सबसे लोकप्रिय खेल फुटबाल की विभिन्न देशों में दर्शकों की अनुपस्थिति में लीग्ज़ चल रही हैं। इस तरह ही कोविड-19 नियमों के दायरे में भारत की हीरो आई-लीग भी अपने दूसरे चरण में प्रवेश कर चुकी है। इसका पहला चरण गत माह पूरा हो चुका है और दूसरा 9 जनवरी से शुरू हो चुका है। नया वर्ष चढ़ने के साथ ही भारतीय फुटबाल लीग के स्वरूप का भी नवीनीकरण हो गया है। कोलकाता में हो रही इस लीग का आयोजन पूरी तरह कोविड-19 के नियमों के दायरे में रह कर किया जा रहा है। कोरोना संकट के दौरान भारत में आरंभ होने वाली पहली खेल गतिविधि आई-लीग थी, जिससे पहले खिलाड़ियों के टैस्ट करने के बाद उन्हें लीग शुरू होने से पहले ही विशेष नियमों के तहत होटल और खेल मैदान तक सीमित कर दिया गया था। भारतीय लीग के आयोजन में किये गए बदलाव के तहत इस लीग में भाग लेने वाली सभी टीमें आपस में 1-1 मैच खेलेंगी अर्थात् प्रत्येक टीम के लीग में 10-10 मैच पूरे होने के उपरान्त लीग की अंक सूची के आधार पर टीमों को दो ग्रुपों में बांटा जाएगा। ग्रुप ए में अंक सूची में शीर्ष पर रहने वाली 6 टीमों को रखा जाएगा और बी ग्रुप में नीचली 5 टीमों को रखा जाएगा। इस तरह ग्रुप ए की 6 टीमें खिताब जीतने के लिए दूसरे चरण में आपस में 1-1 मैच खेलेंगी। पहले और दूसरे चरण के अंकों के कुल जोड़ के आधार पर चैम्पियन का फैसला होगा। ग्रुप बी में शामिल टीमें भी दूसरे चरण में आपस में 1-1 मैच खेलेंगी, जिसके  बाद दोनों चरणों के आधार पर ग्रुप बी में से जिन 3 टीमों के अंक अधिक होंगे, वे अगले वर्ष होने वाली लीग के लिए क्वालीफाई कर जाएंगी और सबसे निचली दो टीमें अगले सीज़न के लिए अन्य टीमों के साथ बी डिवीज़न लीग के माध्यम से अगली आई-लीग में खेलने के लिए जद्दोजहद करेंगी। इस बार कोरोना संकट के कारण लीग का पहला चरण कोलकाता के तीन स्टेडियमों में खेला गया था परन्तु दूसरा चरण चार मैदानों में खेला जा रहा है। विवेकानंद युवा भारतीय क्रीड़ांगन, मोहन बागान मैदान और किशोर भारतीय क्रीड़गन कोलकाता, कल्याणी म्यूनिसिपल स्टेडियम कल्याणी में लीग के मैच चल रहे हैं। टीमों को बांट कर दो पांच सितारा होटल में ठहराया गया है। सभी टीमें 26 दिसम्बर से बायो बब्बल नियमों के तहत कोलकाता में पहुंच गई थीं। सभी टीमें लगभग 110 दिन तक लीग खेलने के लिए बायो बब्बल नियमों के तहत लीग को पूरा करने हेतु खेल मैदानों में सक्रिय रहेंगी। इस लीग के दौरान भारत के 130 वर्ष पुराने मुहंमडन स्पोर्टिंग क्लब की टीम 6 वर्षों के अतंराल के बाद लीग में खेल रही है और वह खिताब जीतने के लिए दावेदारी पेश कर रही है। इसके अतिरिक्त गत चैम्पियन तीन टीमें चर्चिल ब्रर्द्स, चेन्नई सिटी एफ.सी. और ऐज़वल एफ.सी. भी खिताबी दौड़ में शामिल हैं। आई-लीग की चैम्पियन टीम को एक करोड़ रुपये, उप-विजेता टीम को 60 लाख रुपये, तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को 40 लाख रुपये और चौथे स्थान पर रहने वाली टीम को 25 लाख रुपये की ईनामी राशि प्रदान की जाएगी। उम्मीद करते हैं कि आई-लीग का सफल आयोजन भारत में अन्य खेल मुकाबलों के लिए भी रास्ता खोलेगा।

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