तलवारबाज़ी में ओलम्पिक खेलने वाली पहली भारतीय महिला भवानी देवी

भवानी देवी का जन्म 27 अगस्त, 1993 तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ था। इसके पिता का 2019 में निधन हो गया था। माता का नाम सी.ए. सुंदरमन रमानी है जो हाऊस वाइफ  है।  मां रमानी ने बड़ी मेहनत से भवानी को इस मुकाम  पर पहुंचाया है। प्रशिक्षण के महंगे खर्च उठाने के लिए परिवार असमर्थ था परन्तु मां ने अपने गहने बेच कर भवानी को प्रशिक्षण दिलाया। 2003 में भवानी देवी ने अपने खेल करियर की शुरुआत की थी उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मुरुगा धनुष्कोड़ी गर्ल्स हायर सैकेंडरी चेन्नई से की है। उसके बाद चेन्नई के सेंट जोसेफ  इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई की और गवर्नमैंट ब्रेनन कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई पूरी की। दसवीं कक्षा की पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ  इंडिया में दाखिला लिया था।भवानी देवी को 2004 में स्कूल में एक खेल चुनना था लेकिन वह कोई फैसला लेती उससे पहले ही सब खेलों में सीटें भर गई थीं। अंत में भवानी देवी के पास तलवारबाजी चुनने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। उन्हें उनकी ज़िंदगी का सबसे बड़ा मौका तब मिला जब वह 3 साल बाद स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ  इंडिया के कोच सागर लागू की नज़र में आई और उन्हें केरल में स्थित साई अकादमी में ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया जहां उन्हें तलवारबाजी की ट्रेनिंग दी गई। तलवारबाजी के प्रशिक्षण के लिए यह देश की उत्तम संस्था है।भवानी देवी का अंतर्राष्ट्रीय अनुभव अच्छा नहीं रहा। तुर्की में अंतर्राष्ट्रीय दौरे में उन्हें 3 मिनट लेट पहुंचने की वजह से रैफरी ने ब्लैककाट कर दिया था। यह तलवारबाजी में दी जाने वाली सबसे बड़ी सज़ा है इसके चलते हुए टूर्नामेंट से बाहर हो गई थीं। उसे ट्रेनिंग में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। भवानी देवी का नाम इतिहास के सुनहरे पन्नों  में शामिल हो गया है। भारत ने 125 साल बाद ओलम्पिक के लिए तलवारबाजी में क्वालीफाई किया है। उन्होंने समायोजित आधिकारिक रैंकिंग पद्धति के माध्यम से ओलम्पिक में अपना टिकट पक्का किया। भवानी देवी के नाम कई और रिकॉर्ड भी शामिल हैं। 2009 में मलेशिया में आयोजित राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में इन्होंने कांस्य पदक जीता था।  इसके बाद 2010 में इंटरनेशनल ओपन, 2010 में ही कैंडिडेट एशियन चैंपियनशिप, 2012 में कॉमनवैल्थ चैंपियनशिप, 2015 में एशियन चैंपियनशिप, 2015 में ही ओपन में कांस्य पदक जीता। वह पहली महिला हैं जिन्होंने फिलिपिंस चैंपियनशिप, 2014 में अंडर-23 कैटागरी में रजत पदक हासिल किया, साथ ही 2019 में कैनबरा में आयोजित सीनियर कॉमनवैल्थ फैंसिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम करने वाली पहली भारतीय महिला बनी। भारत सरकार भवानी देवी को ‘अर्जुन अवार्ड’ भी दे चुकी है।