कई बीमारियों से छुटकारा दिलाता है आलूबुखारा

हृदय स्वास्थ्य
आलूबुखारा उच्च रक्तचाप हाइपरटेंशन को नियंत्रित कर सकता है, जिससे हृदय की सुरक्षा होती है। जिन लोगों ने सूखा आलूबुखारा  और इसके जूस का सेवन किया, उनमें रक्तचाप का स्तर कम पाया गया।
कब्ज
आलूबुखारा फ ल फाइबर से भरपूर होता ह, इसलिए यह कब्ज के इलाज में सहायक माना जा सकता है। साथ ही एक  सूखा आलूबुखारा यानी प्रून्स में मौजूद फेनोलिक कंपाउंड मल त्याग में होने वाली समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
डायबिटीज
सूखे आलूबुखारे में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड डायबिटीज के खतरे को कम कर सकते हैं। स्वाद में मीठा होने के बावजूद सूखा आलूबुखारा ब्लड शूगर को बढ़ाने का काम नहीं करता। मधुमेह के लिए सूखे आलूबुखारा को आप स्नैक्स के तौर पर खा सकते हैं।
हड्डी का स्वास्थ्य
आलूबुखारा के फायदे में हड्डी स्वास्थ्य भी शामिल है। रोजाना 100 ग्राम सूखा आलूबुखारा खाने से हड्डी कमजोर करने वाले कारकों को दूर किया जा सकता है। साथ ही, इससे बोन मिनरल डेंसिटी में भी सुधार होता है
कोलेस्ट्रॉल
सूखे आलू बुखारा के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी मदद मिल सकती है। इसके नियमित सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल एलडीएल स्तर को कम किया जा सकता है। दरअसल, आलूबुखारा फल फाइबर से भरपूर होता है, जिस वजह से यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने का काम कर सकता है।
आंखों की सेहत
आलूबुखारा के गुण में आंखों की सेहत का ख्याल रखना भी शामिल है। इस फ ल में विटामिन-सी और विटामिन.ई होते हैं । ये दोनों पोषक तत्व उम्र के साथ घटती आंखों की रोशनी की समस्या से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकते हैं । हालांकि, मोतियाबिंद की रोकथाम में ये पोषक तत्व सहायक हैं
इम्यूनिटी
आलूबुखारा फल में मौजूद विटामिन-ए प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके साथ ही इसमें मिलने वाला विटामिन-सी शरीर में मौजूद टिश्यू को रिपेयर करने और इनके विकास में सहायक होते हैं
एंटीऑक्सीडेंट
आलूबुखारा विटामिन-ए, विटामिन-सी, कैरोटीनॉयड व पॉलीफेनॉल्स से भरपूर होता है। ये सभी आलूबुखारा में एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं  दरअसल, एंटीऑक्सीडेंट की कमी से शरीर में मुक्त कणों का खतरा बढ़ जाता है, जो हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। इसके अलावा, जोड़ों में सूजन गठिया हो सकती है।