अच्छे स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी हैं अच्छी आदतें

स्वस्थ शरीर के लिए शरीर को सही पोषण का मिलना जरूरी होता है। पोषण हम अपने खानपान से प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए हम क्या खा रहे हैं और कितना पौष्टिक खा रहे हैं, इसके बारे में हमें जानकारी का होना जरूरी है। कुछ बातें जो कर सकती हैं आपकी मदद:-
पिएं अधिक पानी: पानी अनमोल है। पानी शरीर के पोषक तत्वों को भीतरी अंगों तक पहुंचाने में मदद करता है, इसलिए थोड़ा-थोड़ा पानी हर आधे घंटे के अंतराल में पीते रहें। जूस या अन्य ड्रिंक्स उतना लाभ नहीं पहुंचाते जितना पानी शरीर के लिए लाभप्रद है।
नाश्ता जरूरी है: नाश्ता सेहत के लिए अति आवश्यक है। प्रात: के नाश्ते में दूध वाला गेहूं का दलिया या सब्जियों वाला नमकीन दलिया, टोंड दूध और ओट्स, ब्राउन ब्रेड या मल्टीग्रेन ब्रेड का सैंडविच, उबला अंडा, इडली कोकोनट चटनी के साथ, सब्जियों से भरा फुल्का और टोंड दूध का दही, नाश्ते में ले सकते हैं। उच्च रेशे से भरपूर फल के साथ चुटकी भर दालचीनी और नट्स भी ले सकते हैं। इससे आपकी रक्त शर्करा नियंत्रण में रहेगी।
हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन:- हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन्स की प्रचुर मात्र होती है। इसका सेवन पौष्टिकता से भरपूर होता है। विशेषकर मेथी, पालक मौसम में भरपूर खाएं। इसमें फोलेट प्रचुर मात्रा में होता है जिससे लाल रक्त कोशिकाएं बनती हैं। इनमें कैलरीज की मात्र भी कम होती है। दिन के दो मुख्य आहार में हरी पत्तेदारी सब्जियों का सेवन नियमित करें।
नियमित करें व्यायाम:- नियमित व्यायाम हमारे शरीर को चुस्त और फिट रखते हैं। कार्डिएक व्यायाम, योगासन नियमित करें ताकि शरीर मजबूत और लचीला बना रहे।
खाएं हैल्दी स्नैक्स:- तीन मुख्य आहार के बीच कुछ खाने का मन करता है। ऐसे में अगर हैल्दी स्नैक्स लिए जाएं तो पेट भी भरेगा और सेहत भी ठीक रहेगी। ऐसे में रोस्टेड भेल, फ्रूट चाट, गाजर, खीरे का सलाद, स्प्राउट्स, हल्का सा मल्टीग्रेन ब्रेड का सैंडविच हरी चटनी के साथ एक प्याला चाय और दो मारी के बिस्कुट भी ले सकते हैं।
न पिएं ज्यादा चाय कॉफी:- चाय-कॉफी के अधिक सेवन से शरीर को अधिक कैफीन के साथ चीनी भी मिलती है जो सेहत के लिए ठीक नहीं। ग्रीन टी भी दिन में 3-4 कप ही लें। अधिक लेने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
नींद पूरी लें:- पौष्टिक आहार नींद पर भी प्रभाव डालता है। इससे नींद अच्छी आती है। अधिक तेल और मसाले वाले भोजन से नींद भी अच्छी नहीं आती क्योंकि ऐसा भोजन हमारा शरीर आसानी से पचा नहीं पाता।

(स्वास्थ्य दर्पण)