ओटीटी पर किरदार और कहानियां अच्छी हैं अभिषेक बच्चन

बेशक, अभिषेक बच्चन के टेलेंट पर अब तक हर कोई अंगुली उठाता रहा है लेकिन अब करियर के उत्तरार्ध में वह शानदार काम कर रहे हैं। उन्होंने ’बॉब बिस्बास’  और ’दसवीं’  जैसी फिल्मों के जरिये साबित कर दिया है कि वह अमिताभ और जया बच्चन जैसी शख्सियत के बेटे हैं और अभिनय प्रतिभा उन्हें विरासत में मिली है।  अभिषेक बच्चन, सैयामी खेर के साथ फिल्म ‘घूमर’ कर रहे हैं। इस फिल्म में शबाना आजमी भी एक प्रमुख किरदार में नजर आएंगी। क्रि केट पर बेस्ड इस फिल्म में अभिषेक क्रिकेटर बनी सैयामी के कोच के किरदार में नजर आएंगे। ‘घूमर’ के अलावा अभिषेक बच्चन एक तमिल फिल्म ‘ओह माई कदवुले’ का हिंदी रीमेक कर रहे हैं। आखिरकार मैंने ‘बॉब बिस्वास’ के जरिये अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा ही लिया। यह किरदार  चुनौतीपूर्ण था यह किरदार दूसरी फिल्मों के मुकाबले थोड़ा कठिन था। मुझे अपनी बात ज्यादातर शारीरिक भाषा के जरिये कहनी थी, इसलिए स्वाभाविक रूप से चुनौती तो थी ही। मुझे खुद ताज्जुब होता है कि वह सब मैं कैसे कर सका। मुझे 20 किलो वेट बढ़ाना था इसलिए फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन सबसे बड़ी चुनौती था, लेकिन 3-4 महीने की कोशिश से मैं वह सब कुछ कर सका। मैं सिर्फ आगे की सोचता हूं। मैं पीछे मुड़कर देखने में यकीन नहीं करता। मुझे लगता है कि सिर्फ आगे का सफर अच्छे से तय हो जाए तो ये काफी है। मेरा एक ही सिद्धांत है कि आगे देखो और आगे बढ़ो। इंडस्ट्री में  काम अच्छा मिलता रहे, फिर चाहे बड़ा पर्दा हो टीवी हो या फिर ओटीटी, मैं उसे करने के लिए हमेशा तैयार रहता हूं। हम तो एक्टर हैं। हमारा काम है एक्टिंग करना फिर वह चाहे कहीं भी हो। ओटीटी पर अच्छी कहानियां और किरदार मिल रहे हैं बस इसलिए यहां ज्यादा दिख रहा हूं।  (अदिति)