विपक्षी पार्टियों की एकता के लिए नितीश करेंगे अंतर्राज्यीय दौरे

नितीश कुमार तथा उद्धव ठाकरे के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बाहर होने के बाद महागठबंधन आगामी चुनावों में महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड तथा कर्नाटक में भाजपा पर जीत हासिल करने की उम्मीद कर रहा है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए विपक्षी दलों की एकता की वकालत की है तथा सुझाव भी दिया है। 
पवार ने कहा कि ‘कामन मिनीमम प्रोग्राम’ के तहत सभी पार्टियां एकजुट होकर चुनाव लड़ने पर विचार कर सकती हैं। पवार ने विपक्षी पार्टियों को 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए मतभेद दूर करने तथा भाजपा विरोधी मंच पर एकजुट होने की भी अपील की। दूसरी ओर हाथ मिलाने वाली पार्टियां बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम बारे चर्चा करने तथा 2024 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नितीश कुमार का समर्थन करने के लिए पटना में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी तथा राष्ट्रीय कौंसिल की बैठकें कर रही हैं। 2024 के चुनावों में भाजपा को टक्कर देने के लिए एक व्यापक राष्ट्रीय गठबंधन की संभावनाएं तलाशने के लिए नितीश जल्द ही अन्य राज्यों का दौरा शुरू कर सकते हैं। 
अब आंध्र प्रदेश में सत्ता परिवर्तन
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रैडी से अलग होने के बाद भाजपा टीडीपी से हाथ मिलाने की पूरी तैयारी कर चुकी है। हाल ही में टीडीपी के चन्द्रबाबू नायडू ने भाजपा के साथ अपने राजनीतिक गठबंधन को पुन: जीवित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बातचीत की है। टीडीपी के राजग में शामिल होने की घोषणा जल्द हो सकती है। जबकि जन सेना के संस्थापक के. पवन कल्याण पहले ही तीनों दलों के मध्य गठबंधन बनाने के लिए दिलचस्पी ज़ाहिर कर चुके हैं।
शिव सेना-सांभाजी ब्रिगेड का गठबंधन
महाराष्ट्र में 33 प्रतिशत मतदाताओं वाले मराठा भाईचारे को लुभाने एवं आकर्षित करने के लिए तथा यह संकेत देने के लिए वह छोटी पार्टियों के प्रति उदार हैं, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिव सेना ने मराठा पक्षीय सांभाजी ब्रिगेड के साथ गठबंधन किया है। नये गठबंधन की घोषणा करते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गठबंधन विचारक है और संविधान तथा क्षेत्रीय मान-सम्मान को बनाए रखने के लिए किया गया है। अब यह देखना होगा कि उनके गठबंधन से ठाकरे के नेतृत्व वाली शिव सेना की मज़बूत संभावनाएं बनती हैं या नहीं। यह बात भी स्पष्ट हो चुकी है कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन 2024 के लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेगा। 
मुलायम नहीं लड़ेंगे 2024 का चुनाव
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव स्वास्थ्य कारणों से 2024 के लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। पार्टी मैनपुरी से डिम्पल यादव को टिकट देने की योजना बना सकती है, जहां वह लगातार चुनाव क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। यादव परिवार के अन्य सदस्यों की भी इसी सीट पर नज़र है। 
गुलाम नबी आज़ाद द्वारा नई पार्टी
जम्मू-कश्मीर के पुराने नेता गुलाम नबी आज़ाद ने घोषणा की है कि वह अब जम्मू-कश्मीर में अपनी राजनीतिक पार्टी बनाएंगे, जो स्पष्ट तौर पर जम्मू-कश्मीर चुनावों पर ध्यान केन्द्रित करेगी, जो अगले वर्ष के आरंभ में हो सकते हैं। यह क्षेत्रीय संगठन होगा या सर्व भारतीय पार्टी, अभी स्पष्ट नहीं है। राजनीतिक विशेषज्ञों का दावा है कि उनकी पार्टी असद्दुदीन ओवैसी, जिनकी पार्टी एआईएमआईएम को कई लोगों ने वोट तोड़ने वाली पार्टी करार दिया है, की भांति प्रदेश में भाजपा विरोधी वोट को बांटेगी। उनके इस कदम का अब तक सिर्फ भाजपा को ही लाभ हुआ प्रतीत होता है, जो एक ऐसा मुख्यमंत्री स्थापित करने की कोशिशें कर रही है, जो या तो हिन्दू या बहुसंख्यक मुस्लिम भाईचारे का कोई व्यक्ति हो, जो दिल्ली में नरेन्द्र मोदी सरकार के लिए भी अनुकूल हो सकता हो।