किंग क्रैब जीवित फॉसिल क्यों है ?

 

‘दीदी, किंग क्रैब क्या है?’
‘किंग क्रैब बहुत ही दिलचस्प प्राणी है। सबसे पहली बात तो यह है कि
वह क्रैब या केकड़ा भी नहीं है, लेकिन केकड़ों व मकड़ियों से उसकी
रिश्तेदारी अवश्य है।’
‘तो वह दिलचस्प किस तरह से है?’
‘किंग क्रैब का वैज्ञानिक नाम ‘लिमुलुस पालीफिमस’ है जो उसकी
आंखों की व्याख्या करता है। इसकी चार आंखें होती हैं, जिनमें से एक
जोड़ी साइडों से बाहर को निकली होती हैं और दो सिर के ऊपर आपस
में इतनी करीब होती हैं कि एक आंख प्रतीत होती हैं। किंग क्रैब को
वैज्ञानिक जीवित फॉसिल या अवशेष कहते हैं।’
‘क्यों?’
‘इसके शरीर में लाखों सालों में न के बराबर ही परिवर्तन आया है।
तथ्य यह है कि वह अपने वर्तमान रूप में लगभग 200 मिलियन वर्षों
से है।’
‘किंग क्रैब देखने में कैसा होता है?’
‘उसके पूरे शरीर पर मोटा खोल या शैल होता है। उसकी दुम तलवार के
आकार की होती है, लम्बी व नुकीली। वह कांटेदार भी होती है। अगर
कोई लहर किंग क्रैब को उलट दे तो वह सीधा होने के लिए अपनी दुम
का प्रयोग करता है।’
‘किंग क्रैब की कितनी टांगें होती हैं?’
‘छह जोड़ी। चार जोड़ी समुद्र के रेतीले तल 

पर चलने के काम आती हैं और मज़बूत पिछली जोड़ी तैरने व आगे को
धक्का देने के काम आती हैं। आगे की छोटी जोड़ी फूड को पकड़ने व
मुंह में धकेलने के काम आती है। मुंह चलने वाले पैरों से ढका होता है,
इसलिए उसे तलाशना कठिन होता है। ‘कंधों’ या अंदरूनी जोड़ों में
स्पाइक्स होते हैं, यह फूड को फाड़ते व पीसते हैं और मुंह में ठूंसते हैं।’
‘किंग क्रैब खाता क्या है?’
‘वह लगभग सभी चीज़ें खा लेता है, छोटी सीपी, कीड़े व मछली के
अण्डों से लेकर सीवीड और सड़ रहे मैटर तक। वह गिल बुक्स की मदद
से साँस लेता है। हर गिल बुक में लगभग 150 पतली पत्तियां होती हैं,
जो पानी से ऑक्सीजन लेती हैं, जब तक ये पत्तियां नम रहती हैं वह
सांस ले सकता है। अपनी 30 से 60 सेंटीमीटर की पूरी लम्बाई तक
पहुंचने में वह लगभग 20 बार अपना खोल उतारता है। बेबी किंग क्रैब
बहुत छोटे अंडे से निकलता है, बिना दुम के और बहुत मुलायम शैल के
साथ। चार सप्ताह में वह अपनी शैल के लिए काफी बड़ा हो जाता है।
शैल बढ़ती नहीं है, इसलिए उसे त्यागना पड़ता है।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर