समय से पहले चुनाव : किसको फायदा, किसको नुक्सान

नितीश कुमार और ममता बनर्जी दावा कर रहे हैं कि लोकसभा चुनाव 2024 समय से पहले हो सकते हैं। विपक्षी दलों का मानना है कि भाजपा उन्हें तैयारी करने का मौका नहीं देना चाहती, इसलिए पहले चुनाव हो सकते हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में एक बड़ा बयान देकर राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। इंडिया गठबंधन के अनेक नेताओं ने भी देश में समय से पूर्व लोकसभा चुनाव की आशंका व्यक्त की है। भाजपा के लिए सब कुछ संभव है। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि इसीलिए भाजपा ने चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए पहले से ही अधिकतर हेलीकॉप्टरों को बुक कर लिया है ताकि कोई दूसरा दल इन हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल न कर सके। 
पहले बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिसम्बर में चुनाव की आशंका व्यक्त की तो बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने भी इसकी पुष्टि कर दी। नितीश ने कहा है, अगर मौजूदा सरकार को लगता है कि विपक्षी एकता के हमारे प्रयासों ने गति पकड़ ली है और इससे उन्हें बड़ा नुकसान होगा, तो वह समय पूर्व चुनाव करवा सकती है। चुनाव कभी भी हो सकते हैं। यह कोई ज़रूरी नहीं है कि चुनाव समय पर हों। केन्द्र वाले पहले भी करा सकते हैं। यह बात हम सात-आठ महीने से कह रहे हैं कि ये लोग समय से पहले भी चुनाव कर सकते हैं, इसलिए विपक्ष को एकजुट होना चाहिए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और नितीश कुमार भी राजनीति के धुरंधरों में गिने जाते हैं। दोनों नेताओं ने समय से पहले आम चुनाव होने की संभावना जताई है। तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने भी इस साल जून में कुछ ऐसा ही दावा करते हुए कहा था, ‘कर्नाटक विधानसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव समय से पहले करा सकती है। वहीं कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं का भी यही कहना है कि लोकसभा चुनाव समय से पहले कराए जा सकते हैं। उनका मानना है कि इस साल के आखिर में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद कभी भी आम चुनाव हो सकते हैं। इन नेताओं ने संभावनाओं के खेल को हवा दे दी है, क्योंकि भाजपा के कई नेताओं ने राम मंदिर के उद्घाटन के बाद आम चुनाव के संकेत दिए हैं।
भारतीय चुनाव आयोग एक स्वतंत्र निकाय है, जो भारत में चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार है। चुनाव आयोग किसी भी समय चुनाव करा सकता है, लेकिन यह आम तौर पर एक निश्चित धारा का पालन करता है।  अगला लोकसभा चुनाव 2024 में होने वाला है, लेकिन अगर चुनाव आयोग ज़रूरी समझेगा तो चुनाव पहले भी करा सकता है। 
कुछ जानी मानी सर्वे एजेंसियों और खबरिया चैनलों ने भी अपने हालिया सर्वे में ‘इस समय चुनाव हों तो भाजपा के जीतने’ की भविष्यवाणी की है। भाजपा को लगता है कि वह लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है अत: उसके जल्दी चुनाव कराने की अधिक संभावना हो सकती है। इससे उनके जीतने की सम्भावनाएं अधिक बलवती होती हैं। यदि पार्टी को लगता है कि अभी हवा उसके पक्ष में नहीं है तो वह समय से पहले चुनाव कराने में अधिक झिझक भी सकती है। मोदी सरकार ने आज घरेलू सिलेंडर 200 रूपये सस्ता कर आम आदमी को तोहफा दिया है। इसी भांति यदि पेट्रोल और डीज़ल भी सस्ता हो जाएं, तो हवा उसके पक्ष में हो सकती है। इसके अलावा, समय से पहले चुनाव कराने से भाजपा अपने विरोधियों को एकजुट होने का समय भी नहीं देना चाहती। वर्तमान में, विपक्षी दल भाजपा को चुनौती देने के लिए एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं। समय से पहले चुनाव कराने से भाजपा को इन दलों को एकजुट होने से रोकने का मौका मिल जाएगा। बहरहाल समय से पहले चुनाव की आशंकाओं को खारिज नहीं किया जा सकता।