रेव पार्टियां और ज़हरीले सांप

पशुओं के लिए काम करने वाली सांसद मेनका गांधी की संस्था ‘पीपल फॉर एनिमल’ (पीएफए) में एनिमल वेल्फेयर ऑफिसर के पद पर कार्यरत गौरव गुप्ता ने जब बिग बॉस ओटीटी-2 जीतने वाले और प्रसिद्ध यू-ट्यूबर एल्विश यादव का एक वीडियो ज़िंदा अजगर के साथ देखा, तो उनका माथा ठनका और वह खुफिया स्तर पर उस पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने में जुट गये, जिसकी उन्हें कई स्रोतों से कच्ची-पक्की खबरें काफी दिनों से मिल रही थीं। उन्होंने एल्विश यादव से सम्पर्क करने की कोशिश की और कई बार की कोशिशों के बाद अंतत: उनकी बात एल्विश से हो गई। दो-तीन बार की बातचीत के बाद एल्विश को लगा कि सम्पर्क  करने वाला कोई खतरनाक व्यक्ति नहीं है। वास्तव में वह रेव पार्टी के लिए कुछ ज़िंदा सांप चाहता है, तो उसने उसे अपने एजेंट राहुल का नम्बर दे दिया। 
अब पीएफए कर्मचारी ने राहुल से सम्पर्क करके उसे एल्विश यादव का हवाला देते हुए अपनी मांग बतायी। इस पर एल्विश के एजेंट ने कहा कि हमारे पास सभी तरह के सांप हैं, बताइये आपको कौन-कौन से और कितने चाहिए। इस पर जब पीएफए वर्कर ने अपनी मांग बतायी तो एजेंट ने कहा कि 21 हज़ार रुपये लगेंगे और 5 हज़ार रुपये एडवांस ट्रांसफर करने होंगे। इस पर 5 हज़ार रुपये उसके खाते में ट्रांसफर कर दिए गये। 2 नवम्बर, 2023 को नोएडा के सेक्टर 51 स्थित सैवरॉन बैंक्वेट हॉल में जैसा कि पहले से तय था, एल्विश का एजेंट कुछ लोगों और डिमांड किए गए सांपों को लेकर पहुंच गया। जब ये लोग बैंक्वेट हॉल में आ गये, तब चुपके से नोएडा के सेक्टर 49 स्थित कोतवाली थाने को दबिश के लिए खबर दे दी गई। गौरतलब है कि पुलिस को पहले से यह सब बताकर रखा गया था। पुलिस के साथ ही वन विभाग के अधिकारियों को भी खबर दे दी गई। 
वायदे के मुताबिक राहुल बैंक्वेट हॉल पहुंच कर अपने साथ लाये गये सपेरों के पास मौजूद सांपों को जैसे ही पीएफए कर्मचारी को दिखाने लगा, ठीक उसी समय पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने वहां छापा मारकर राहुल, निवासी बदरपुर दिल्ली, टीटूनाथ, निवास मोहड़बंद बदरपुर दिल्ली, जयकरण निवास मोहड़बंद बदरपुर दिल्ली, नारायण , निवास मोहड़बंद बदरपुर दिल्ली, रविनाथ, निवास मोहड़बंद बदरपुर दिल्ली, यू-ट्यूबर एल्विश यादव अज्ञात और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया। इन आरोपियों के पास से 20 मिलीलीटर ब्लैक कोबरा का खतरनाक ज़हर, साथ ही ज़िंदा सांपों में एक अजगर, दो दोमुंहे, एक घोड़ा पछाड़ और पांच ब्लैक कोबरा सांप बरामद हुए।
नोएडा के सेक्टर 49 स्थित कोतवाली थाना प्रभारी संदीप चौधरी के मुताबिक एल्विश यादव समेत छह नामज़द और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ  मुकद्दमा दर्ज किया गया, हालांकि तब पुलिस ने स्पष्ट कहा था कि एल्विश यादव की इस गिरोह के साथ संदिग्धता की जांच करनी अभी शेष है। लेकिन दो दिनों बाद एल्विश यादव को राजस्थान के शहर कोटा में उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब एक पुलिस नाका के करीब 100 मीटर पहले वह एक कार से उतरकर भागने की कोशिश करने लगा। हालांकि पुलिस ने वहां नाका एल्विश यादव की वजह से नहीं लगाया था, बल्कि चुनाव के कारण लगाया था। 
इस गिरफ्तारी के बाद टुकड़ों-टुकड़ों में बहुत सारी बातें सामने आ गई हैं, जो इन दिनों रेव पार्टियों का हिस्सा बनी हुई हैं। गिरफ्तार सपेरों ने पुलिस को बताया है कि वे राजधानी दिल्ली और दूसरी जगहों पर रेव पार्टियों में सांपों का ज़हर और ज़िंदा सांप सप्लाई करते हैं। पीएफए ने एल्विश यादव के विरुद्ध नोएडा के कोतावली थाने में ज़िंदा सांपों के साथ शूटिंग करने, गैर-कानूनी रूप से रेव पार्टियां आयोजित करने और उनमें सांपों के ज़हर का नशे के तौर पर इस्तेमाल करने व विदेशी युवतियों को बुलाकर उन्हें नशीले पदार्थों का सेवन कराने से लेकर पार्टी में शामिल लोगों को नशे के लिए सांपों द्वारा कटवाने आदि की एफआईआर दर्ज करवाई है।
सच्चाई तो यह है कि राजधानी दिल्ली के इर्दगिर्द गुड़गांव, नोएडा, फरीदाबाद और राजधानी दिल्ली के अंदर ही कई पांच सितारा होटलों, रेस्टोरेंट्स और दक्षिण दिल्ली स्थित अनेक फॉर्म हाउसों में पिछले एक दशक के अंदर दर्जनों ऐसी सनसनीखेज रेव पार्टियों का खुलासा हुआ है, जहां नाच गाने और मौज मस्ती के नाम पर अश्लीलता व नशे के मामले सामने आते हैं। 
वैसे यह अकेले राजधानी दिल्ली की ही बात नहीं है। हकीकत यह है कि पिछली सदी के आखिरी दशक से ही देश के सभी महानगरों में स्थित पांच सितारा होटलों और इन महानगरों के आसपास बसे उपनगरों में बंद दरवाजों के भीतर अमीरजादों की ऐसी पार्टियां होती रही हैं, जिनमें नेताओं, नौकरशाहों से लेकर सेलिब्रिटीज तक की ऊबी संतानें जमकर अपनी ऊब मिटाती रही हैं। देश की राजधानी दिल्ली की ही तरह देश की वित्तीय राजधानी मुम्बई भी इस तरह की रेव पार्टियों की साक्षी रही है। 
दरअसल ये पार्टियां एक ऐसी अघायी और ऊबी पीढ़ियों को रोमांचित करने का तरीका हैं, जिसके लिए किसी तरह की नैतिकता और किसी तरह के नियमों-कानूनों की कोई बाधा आड़े नहीं आती। ये धनकुबेरों, ताकतवर व लोकप्रियता के स्वामियों की अय्याशी का एक तरीका है, जहां ये अपनी कुत्सित भावनाओं को रात के अंधेरों में आमलीजामा पहनाते हैं। 
 इन पार्टियों में न सिर्फ  लोगाें के बीच के सारे बंधन टूटते हैं, बल्कि ये भरपूर आदिम स्वरूप में होते हैं, इसलिए ये सांपों से डरते नहीं हैं बल्कि उनके ज़हर का आनंद लेते हैं।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर