क्या है क्रिसमस ट्री ?

ईसाई धर्म में ‘क्रिसमस ट्री’ का विशेष महत्व है। कहा जाता है कि जब ईसा मसीह ने 25 दिसम्बर को जन्म लिया था, तब देवी-देवताओं ने वहां प्रकट होकर उनके माता-पिता को यीशु (ईसा मसीह) के जन्म की शुभकामनाएं देते हुए इस खुशी के मौके पर खुद अपने हाथों से सदाबहार पफर के वृक्ष को सितारों से सजाया था। यही वृक्ष ‘क्रिसमस ट्री’ कहलाया।
क्रिसमस के अवसर पर ईसाई समुदाय में ‘क्रिसमस ट्री’ सजाने की परम्परा काफी पुरानी हो चुकी है। माना जाता है कि ‘क्रिसमस ट्री’ सजाने की परम्परा आठवीं शताब्दी में जर्मनी के बौनोफसटिया नामक एक ईसाई धर्म प्रचारक अंग्रेज ने शुरु की थी। उसके बाद 15वीं शताब्दी में सन् 1605 में भी जर्मन व्यापारियों द्वारा क्रिसमस के मौके पर अपनी दुकानों में देवदार के वृक्ष लगाकर उन्हें रंगीन कागज के बने गुलाब, सेब, बिस्कुट, सोने के वर्क तथा ढेर सारी मिठाईयों से सजाने का उल्लेख भी मिलता है। ब्रिटेन में यह परंपरा करीब 160 वर्ष पूर्व अस्तित्व में आयी। सन् 1841 में महारानी विक्टोरिया के पति प्रिंस एलबर्ट द्वारा विंडसर कैसल में ‘क्रिसमस ट्री’ सजाए जाने और उसके बाद इसे लोक व्यवहार का रुप दिए जाने के कारण तथा लोगों को यह अहसास कराए जाने के कारण कि ‘क्रिसमस ट्री’ के बिना उनकी ‘क्रिसमस पार्टी’ बिल्कुल अधूरी है, यह परम्परा ब्रिटेन में काफी लोकप्रिय हो गयी और क्रिसमस ट्री सजाने की यह परम्परा खासतौर से ब्रिटेन में तो प्रिंस एलबर्ट की ही बदौलत इतनी लोकप्रिय हो चुकी है कि ब्रिटेन में अब हर घर में कम से कम एक ‘क्रिसमस ट्री’ आपको ज़रुर मिलेगा। हालांकि विभिन्न व्यक्तियों के पास अलग-अलग आकार और रुप के ‘क्रिसमस ट्री’ हो सकते हैं। 
आजकल ‘क्रिसमस ट्री’ सजाने के बाद उस पर देवता की एक मूर्ति रखने का भी रिवाज है और यह परम्परा भी प्रिंस एलबर्ट के कारण ही शुरु हुई थी। दरअसल प्रिंस एलबर्ट ने जो ‘क्रिसमस ट्री’ सजाया था, उस पर इस वृक्ष को सजाने के बाद एक देवता की मूर्ति रख दी थी, जिसके दोनों हाथ फैले हुए थे। ‘क्रिसमस ट्री’ पर रखी इस मूर्ति को देखकर लोग काफी अचंभित हुए और उन्होंने भी ‘क्रिसमस ट्री’ सजाने के बाद उस पर देवता की एक मूर्ति रखनी शुरु कर दी। सान फ्रांसिस्को के रहने वाले ईसा मसीह के एक अनुयायी और ईसाई धर्म के प्रचारक सैंडी प्रेटने नामक व्यक्ति ने तो लोगों को ‘क्रिसमस ट्री’ सजाने के इस हद तक प्रेरित किया कि सन् 1920 में लोगों ने उससे प्रभावित होकर कैलिफोर्निया से ऑरगेन तक समुद्र तट की पट्टी को रेडवुड वृक्षों से सजा दिया था और प्रेटने खुद 71 वर्ष की आयु में भी अपने हाथों से 14 हजार से भी अधिक वृक्षों को सजाकर एक रिकॉर्ड कायम किया। 

(सुमन सागर)