डा. मनमोहन सिंह की राज्यसभा से सेवानिवृत्ति पर खड़गे का पत्र देश आपकी सेवाओं को सदैव याद रखेगा

गत दिनों पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राज्यसभा में अपनी 33 वर्ष लम्बी संसदीय पारी के बाद सेवा-निवृत्त हो गए। उनके सेवा-निवृत्त होने के बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पहली बार संसद के उच्च सदन में प्रवेश किया। इस दौरान कांग्रेस ने मनमोहन सिंह की राज्यसभा से सेवा-निवृत्ति को प्रधानमंत्री कार्यालय की शान, स्वच्छ राजनीति तथा आर्थिक सूझबूझ की ओर देश का ध्यान आकर्षित करने के अवसर के रूप में इस्तेमाल किया, जो गरीबी को दूर कर सकता है और विकास को उत्साहित कर सकता है। 
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में लिखा—देश उस शांत, परन्तु मज़बूत सम्मान को याद करता है, जो आप प्रधानमंत्री के पद पर लेकर आए थे। संसद अब आप के ज्ञान तथा अनुभव को याद करेगी। आप के गौरवशाली, नपे-तुले, नरम बोलने वाले, परन्तु राजनेता जैसे शब्द झूठ से भरी ऊंची आवाज़ों के विपरीत हैं, जो मौजूदा राजनीति को दर्शाते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, आज हम जिस आर्थिक समृद्धि एवं स्थिरता का आनन्द ले रहे हैं, वह हमारे पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न श्री पी.वी. नरसिम्हा राव के साथ आपके (डा. मनमोहन सिंह) द्वारा रखी गई नींव पर बनी है। उन्होंने कहा कि जब आप प्रधानमंत्री थे तो आपकी नीतियों की बदौलत भारत 27 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सफल रहा, जो विश्व भर में सबसे गरीब लोगों की संख्या बनती है। आपकी सरकार के नेतृत्व में शुरू की गई मनरेगा योजना संकट के समय ग्रामीण मज़दूरों को राहत प्रदान करती है। मौजूदा सरकार द्वारा जो भी थोड़े-बहुत सुधार किए गए हैं, उनके बीज आपके नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में शुरू किए गए कार्यों में हैं। आपकी सरकार द्वारा ज़ीरो बचत खाते बना कर व्यक्तिगत लाभपात्रों को लाभ का सीधा वितरण सुनिश्चित बनाने के लिए शुरू किया गया कार्य, आधार द्वारा लाभपात्रों की विलक्षण पहचान को अगली सरकार द्वारा आपको श्रेय दिए बिना हाईजैक कर लिया गया। 
अनंतनाग से चुनाव लड़ेंगे आज़ाद
डेमोक्रेटिक प्रोग्रैसिव आज़ाद पार्टी (डीपीएपी) ने घोषणा की कि उसके अध्यक्ष तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री गुलाम नबी आज़ाद, अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। डीपीएपी के उम्मीदवार के रूप में आज़ाद का मुकाबला नैशनल कांफ्रैंस के अनुभवी नेता मियां अल्फात अहमद से होगा, जो ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार हैं।
 वास्तव में मियां अल्फात की उम्मीदवारी ने नैशनल कांफ्रैंस तथा महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के बीच चुनावों से पहले गठबंधन की सम्भावनाओं को खत्म कर दिया था। 
चुनाव समझौते पर पहुंचने के लिए कांग्रेस की नैशनल कांफ्रैंस तथा पीडीपी के बीच की महीनों से बातचीत चल रही थी। हालांकि, महबूबा मुफ्ती पीडीपी का गढ़ रहे अनंतनाग को छोड़ने के लिए तैयार नहीं। पार्टी इस सीट के लिए उम्मीदवार के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कर सकती है। मुफ्ती ने बताया है कि उनकी पार्टी घाटी की तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
सत्ता सदा नहीं रहती : प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नई दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीव्र हमला किया। अपनी दादी, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ रामलीला मैदान में सभाओं में भाग लेने की अपनी बचपन की यादों को स्मरण करते हुए प्रियंका गांधी ने प्रत्येक वर्ष रावण के पुलते जलाए जाने के महत्व को दर्शाया। मौजूदा सरकार के भगवान श्री राम के प्रति श्रद्धा के दावों तथा रामायण के शाश्वत वृतांत की समानताएं दर्शाते हुए उन्होंने सत्ता में रहने वालों को सदियों पुरानी कहानी के सार पर विचार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मैं सत्ता में बैठे लोगों तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बताना चाहती हूं कि भगवान श्री राम के जीवन का संदेश है कि सत्ता स्थायी नहीं है, सत्ता आती व जाती रहती है और अहंकार एक दिन टूट जाता है। 
कांग्रेस का चुनाव घोषणा-पत्र
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 5 अप्रैल को नई दिल्ली में अपना चुनाव घोषणा-पत्र जारी किया, जिसमें पार्टी की ‘घर-घर गारंटी’ पहल पर ज़ोर दिया गया, जिसके तहत इसका लक्ष्य देश भर के करोड़ों परिवारों तक पहुंचना तथा उन्हें इसकी गारंटी से जान-पहचान करवाना है। 3 अप्रैल को खड़गे ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के संसदीय क्षेत्र के उसमानपुर, कैथवाड़ा से पहलकदमी की शुरूआत की थी और अपनी पार्टी की ‘पांच न्याय, पच्चीस गारंटी’ पर पर्चे बांटे थे। कांगे्रस की चुनावी पिच ‘पांच न्याय’ या न्याय के पांच स्तम्भ, अर्थात ‘युवा न्याय’, ‘नारी न्याय’, ‘किसान न्याय’, ‘श्रमिक न्याय’ तथा ‘भागीदारी न्याय’ के साथ-साथ इन शीर्षकों के अधीन आते लोगों को दी गई गारंटियों पर केन्द्रित है। पार्टी ने पहले ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपना नया नारा ‘हाथ बदलेगा हालात’ जारी कर दिया था। 
सीपीआई (एल.एम.) द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा
‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल सीपीआई (एम.एल.) ने आरा, नालंदा तथा काराकाट सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने पालीगंज से विधायक संदीप  सौरव को तीन बार के जदयू सांसद कौशलेन्द्र कुमार के सामने नालंदा से मैदान में उतारा है। हालांकि संदीप सौरव (36), जो वर्ष 2013 में जेएनयू विद्यार्थी संघ के महासचिव थे, ने पालीगंज से महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप में 2020 के विधानसभा चुनाव सफलतापूर्वक लड़े थे। सौरव एक ओबीसी परिवार से हैं। उनके पिता एक मध्यम किसान थे जबकि तरारी विधायक सुदामा प्रसाद आरा से भाजपा सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री आर.के. सिंह को टक्कर देंगे। पूर्व विधायक राजाराम सिंह करकट से राजग के उम्मीदवार उपेन्द्र कुशवाहा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। (आईपीए)