क्रोमैग्नान मानव क्या था!
‘दीदी, क्या कभी क्रोमैग्नान मानव नाम का भी कोई मानव हुआ है?’
‘हज़ारों वर्ष के मानव विकास में एक ऐसा समय भी आया जब इंसान गुफाओं में रहा करते थे। गुफाओं में रहने वाले मानवों में शायद सबसे दिलचस्प क्रोमैग्नान मानव था जो आइस ऐज के अंत में यूरोप में रहा करता था।’
‘लेकिन उसे क्रोमैग्नान मानव क्यों कहते हैं?’
‘दरअसल, गुफाओं में रहने वाले इस मानव के सबसे पहले अवशेष दक्षिण फ्रांस में जिस जगह मिले थे, उसका नाम क्रोमैग्नान है।’
‘गुफाओं में तो अन्य स्थलों पर अन्य मानव भी रहते थे तो फिर क्रोमैग्नान मानव को जानना ही दिलचस्प क्यों है?’
‘चूंकि जिन विशेषज्ञों ने क्रोमैग्नान मानव के कंकाल की जांच की है उनका कहना है कि वह बहुत इंटेलीजेंट था। अगर वह आज रहता होता तो वह वैज्ञानिक या राजनयिक या बिज़नेस लीडर होता।’
‘यह कैसे मालूम हुआ कि वह बहुत इंटेलीजेंट था?’
‘क्रोमैग्नान मानव अति कठिन समय में रहता था। वह जंगली जानवरों व अन्य खतरों से घिरा रहता था। इसके बावजूद उसने अपनी गुफाओं की दीवारों पर सुंदर तस्वीरें बनाने के लिए वक्त निकाला। इन तस्वीरों को आज भी देखा जा सकता है और उनके स्किल व तस्वीरों की सुंदरता की आज भी प्रशंसा की जाती है।’
‘इन्हें देखने के लिए तो फ्रांस की यात्रा करनी पड़ेगी।’
‘हां, करनी भी चाहिए। क्रोमैग्नान मानव का सामाजिक जीवन भी अच्छा खासा विकसित था।’
‘वह कैसे?’
‘वह परिवारों में रहते थे और चूंकि वह समूह में शिकार करते थे इसलिए यह हो सकता है कि वह कबीलों में रहते हों। वह स्पिरिट वर्ल्ड में रहते थे।’
‘स्पिरिट वर्ल्ड! मैं समझा नहीं।’
‘यानी उनका मानना था कि मरे हुए इंसान जीवित होकर फिर दूसरे संसार में रहेंगे।’
‘ओके।’
‘धीरे-धीरे उन्होंने बेहतर स्टोन टूल्स व नये हथियार विकसित किये। सींग या हड्डी से उन्होंने भाले बनाना सीखे। फेंकने वाले हथियार बनाये। महिलाओं ने खाल सुखाना व सीना सीखा। इस प्रकार उन्होंने विकास किया।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर