भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र स्पष्ट रूप से तय किए हैं- PM Modi
कानपुर (उत्तर प्रदेश), 30 मई - प्रधानमंत्री मोदी ने कहा," कानपुर में ये विकास का कार्यक्रम 24 अप्रैल को होने वाला था लेकिन पहलगाम हमले के कारण मुझे अपना कानपुर दौरा रद्द करना पड़ा। पहलगाम के आतंकी हमले में हमारे कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी भी इस बर्बरता का शिकार हुए। बेटी ऐशान्या द्विवेदी की वो पीड़ा, वो दर्द और भीतर का आक्रोश हम सब महसूस कर सकते हैं। हमारी बहनों का वही आक्रोश ऑपरेशन सिंदूर के रूप में पूरी दुनिया ने देखा। हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम किया कि पाकिस्तानी सेना को गिड़गिड़ा कर युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा। स्वतंत्रता संग्राम की इस धरती से मैं सेना के इस शौर्य को बार-बार सैल्यूट करता हूं। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र स्पष्ट रूप से तय किए हैं पहला- भारत हर आतंकी हमले का करारा जवाब देगा, उसका समय, तरीका और शर्तें हमारी सेनाएं खुद तय करेंगी। दूसरा - भारत अब एटम बम की गीदड़भभकी से नहीं डरेगा और न ही उसके आधार पर कोई फैसला लेगा। तीसरा - आतंक के आका और आतंक की सरपरस्त सरकार को भारत एक ही नजर से देखेगा। पाकिस्तान का राज्य और गैर राज्य एक्टर का खेल अब चलने वाला नहीं है। अगर मैं सीधे-सीधे कानपुरिया में कहूं कि दुश्मन कहीं भी हो, होंक दिया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने भारत के स्वदेशी हथियारों और मेक इन इंडिया की ताकत भी देखी है। हमारे भारतीय हथियारों ने और ब्रह्मोस मिसाइल ने दुश्मन के घर में घुसकर तबाही मचाई है। जहां टारगेट तय किया, वहां धमाके किए। ये ताकत हमें आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से मिली है।